पटना: बिहार में प्याज की कीमतें लोगों को रुला रही हैं. रसोई से प्याज गायब है. आम लोग इस बाबत परेशान हैं. प्याज की बढ़ी कीमतों का मामला बिहार विधानसभा में गूंजा. वहीं, बिस्कोमान द्वारा प्याज बेचे जाने पर रोक लगाने को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा.
प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. बिहार में 80 से 100 रुपये किलो प्याज मिल रहा है. बढ़ती कीमतों के बीच बिस्कोमान ने 35 रुपये किलो प्याज आम लोगों को देने का फैसला किया था. दो-तीन दिन तक ये सिलसिला चला. लेकिन बिस्कोमान द्वारा प्याज की बिक्री पर विवाद खड़ा हो गया और प्रशासन के दबाव में प्याज की बिक्री पर रोक लगाए जाने की चर्चा विधानसभा में गूंजी.
विपक्ष ने किया प्रहार...
राजद के वरिष्ठ नेता और विधायक ललित यादव ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार बिस्कोमान को डिस्टर्ब कर रही है. सरकार को लगता है कि बिस्कोमान अगर रियायती दर पर प्याज बेचेगी तो वैसे ही स्थिति में उनकी लोकप्रियता कम होगी इसलिए बिस्कोमान को प्याज बेचने से विधि व्यवस्था के नाम पर रोका जा रहा है.
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बिस्कोमान एक अच्छी संस्था है. वो समय-समय पर अच्छा काम करती रही है. हम सरकार को इस दिशा में अवगत कराएंगे कि लोगों को सस्ते दर पर प्याज मिल सके.
प्याज बिना स्वाद कहां- विनोद कुमार सिंह
प्याज की बढ़ी कीमतों पर पिछड़ा-अति पिछड़ा विभाग के मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कहा कि प्याज की कीमतें हर साल बढ़ती हैं. हम किसान के बेटे हैं. हम अच्छे से समझते हैं. वहीं, उनसे जब पूछा गया कि मंत्री जी आप प्याज खा रहे हैं. तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि हां हम लोग तो प्याज खा रहे हैं. प्याज बिना स्वाद कहा मिलने वाला.