पटनाः दरभंगा पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले में यूपी के शामली से गिरफ्तार दो संदिग्ध सलीम और कफील को पटना लाया गया. दोनों संदिग्धों के तार लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े बताए जा रहे हैं. एनआईए की टीम दोनों को पटना सिविल कोर्ट में पेश की. जिसके बाद देर रात NIA की टीम ने दोनों को दिल्ली लेकर गई.
जानें पूरे दिनभर क्या-क्या हुआ:-
- देर रात नासिर और इमरान मलिक को NIA की टीम ने दिल्ली लेकर गई.
- सलीम और कफील की कोर्ट में हुई पेशी
- कफील को छह दिन का मिला रिमांड
- कफील को आज भेजा जाएगा बेउर जेल
- NIA की टीम जेल से कल लेगी रिमांड पर
- सलीम को ज्यूडिसयल कस्टडी में भेजा जाएगा जेलदेखें वीडियो.
- बीमार होने के कारण नहीं मिला रिमांड
- बेऊर जेल के डॉक्टर के सलाह पर सलीम का कराया जायगा इलाज
- IGIMS में हो रही है दोनों की मेडिकल जांच
- कैथरेटर लगाने के बाद डॉक्टर आरोपी को करेंगे रिलीज
- आईजीआईएमएस में कैथरेटर लगाने की चल रही है तैयारीआईडीआईएमएस के अधिक्षक का बयान.
- सलीम को यूरिन ऑर्गन में प्रॉब्लम
- दरभंगा ब्लास्ट मामले में आरोपी सलीम को हेल्थ प्रॉब्लम
- कोविड टेस्ट के लिए अस्पताल से आईजीआईएमस ले जाए गए दोनों संदिग्ध
- गार्डनर अस्पताल में नहीं हो पाया संदिग्धों का कोविड टेस्ट
- कफील और सलीम को कोर्ट में पेशी के लिए लेकर निकली एटीएस
- कोरोना टेस्ट के लिए लाया गया गार्डनर अस्पताल
- दोनों संदिग्धों को कोर्ट लेकर रवाना हुई एनआईए
- पटना लाए गए दोनों संदिग्धपटना एयरपोर्ट पहुंचे यूपी से गिरफ्तार संदिग्ध, देखें वीडियो
- सिविल की कोर्ट में होगी पेशी
- यूपी के शामली से कफील और सलीम को किया गया था गिरफ्तार.सिविल कोर्ट के बाह सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम, देखें वीडियो
शुक्रवार को भी दो संदिग्धों की हुई थी पेशी
बता दें कि 30 जून को हैदराबाद से लश्कर-ए-तैयबा के संपर्क में रहे दो आरोपियों को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया था. आरोपी मो. इमरान मलिक और नासिर मलिक को इसके बाद पटना लाया गया था. जिसे शुक्रवार को पटना एनआईए की विशेष जज गुरुमंदिर सिंह मल्होत्रा की अदालत में पेश किया गया था. कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को 7 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया है.
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"दोनों संदिग्धों पर UAPA की 16 और 18 धारा लगी है. इसके लिए आवेदन दिया गया था. कोर्ट में सबूत पेश किए गए थे, जिसे देख जज ने UAPA की दोनों धाराओं को जोड़ने का आदेश दिया. दोनों को पहले ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया है. एनआईए के अधिकारी बेऊर जेल जाएंगे और आगे की औपचारिकताओं को पूरा करेंगे."- मनोज कुमार, पीपीई, एनआईए स्पेशल कोर्ट
घर से मिले थे केमिकल
इमरान मलिक और नासिर मलिक की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को एनआईए की टीम ने हैदराबाद स्थित दोनों के ठिकाने पर छापेमारी की थी. इस दौरान ब्लास्ट में यूज किए गए केमिकल के अंश भी बरामद किए गए थे, साथ ही ब्लास्ट से जुड़े कई अहम सामान भी मिले थे. बताया जा रहा है कि दोनों सगे भाई हैं. पूर्व में सिमी के लिए काम कर चुके हैं. इसके लिए करोड़ों की फंडिंग आईएसआईएस (ISIS) द्वारा की गई थी. इस मामले में शामली के कुछ नामी लेडीज सूट कारोबारी NIA के रडार पर हैं.
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पुणे एफएसएल की टीम करेगी जांच
दरभंगा ब्लास्ट मामले में भेजे गए सैंपल की जांच अब कोलकाता एफएसएल में पुणे एफएसएल की टीम कर रही है. इधर, इस ब्लास्ट के तार जिन क्षेत्रों में जुड़ रहे हैं, उन सभी क्षेत्रों के संगठनों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है. एनआईए के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार दरभंगा ब्लास्ट मामले में एनआईए के द्वारा उच्चस्तर पर जांच शुरू कर दी गई थी.
17 जून को हुआ था धमाका
बता दें कि 17 जून को दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ट्रेन से पार्सल उतारने के क्रम में ब्लास्ट हो गया था. इसके बाद से ही हमले के आतंकी कनेक्शन को खंगाले जाने लगे थे. अब तक इस मामले में यूपी एटीएस ने शामली से दो संदिग्ध (पिता-पुत्र) को गिरफ्तार किया था. वहीं, आईएसआईएस के लिए काम करने वाले एक शख्स को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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