पटना: पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का खुलासा किया है. कोलकाता और इंदौर पुलिस को भी इस गिरोह के सदस्यों की तलाश थी. ये अंतरराष्ट्रीय ठग कई करोड़ की ठगी कर चुके हैं. इनमें से कुणाल नामक आरोपी कई साल से यह धंधा कर रहा है. वहीं कुणाल के खिलाफ कोलकाता और इंदौर में एफआईआर भी दर्ज है.
अन्य साथियों का पता लगाने में जुटी पुलिस
इस मामले को लेकर पटना पुलिस लगातार जयपुर पुलिस के संपर्क में है. बिहार की आर्थिक अपराध शाखा की टीम कोलकाता और इंदौर पुलिस से भी कुणाल के बारे में जानकारी ले रही है. पुलिस कुणाल के साथियों का पता लगाने में जुटी हुई है. ये अपराधी एक लिंक भेजा करते थे, जिसपर क्लिक करते ही यूजर के वॉलेट से सारे पैसे उड़ जाते थे.
लिंक बनाकर पैसों की ठगी
पुलिस के पूछताछ के दौरान शातिर कुणाल ने बताया कि वह कोरोना के नाम पर ठगी का काम करता था. वह लोगों को कोविड-19 की जानकारी से जुड़ा मेल भेजता था और फिर यूजर्स जैसे ही उस लिंक पर क्लिक करता था, यूजर के खाते से सारी राशि निकल जाती थी. अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, फोन-पे, गूगल-पे आदि के ई वॉलेट से पैसा उड़ाया जाता था. ग्रुप में मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका के साथ अन्य देश के साइबर ठग जुड़े हुए थे. वहीं पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि लॉकडाउन और कोरोना के मद्देनजर साइबर ठगों से सतर्क रहें.