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सोशल मीडिया चलाते वक्त रहें सावधान, साइबर क्रिमिनल की आपकी इज्जत पर है बुरी नजर - IIT student girls blackmailing

सोशल मीडिया में अपनी जानकारी डालते समय आपको काफी सावधान रहना होगा क्योंकि साइबर क्राइम इस प्लेटफार्म का उपयोग ठगी के लिये कर रहे हैं. उत्तरी जिला साइबर सेल की टीम ने एक IIT छात्र को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया से लड़कियों की नंबर और फोटो निकालकर उनकी अश्लील फोटो डालकर बदनाम करता था.

जिला साइबर सेल
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Published : Oct 8, 2021, 5:46 AM IST

नई दिल्ली/पटना : जितना अधिक सोशल मीडिया (Social Media) का प्रभाव बढ़ा है, उतना ही साइबर क्राइम (Cyber Crime) भी बढ़ गया है. लोग इसका गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं. ऐसे में सतर्क रहने की बेहद आवश्यकता है. उत्तरी जिला साइबर सेल की टीम ने एक ऐसे शातिर साइबर क्रिमिनल (Cyber Criminal) को गिरफ्तार किया है, जो पढ़ता तो IIT खड़गपुर में है, लेकिन काम बेहद घिनौने हैं. वह लड़कियों से बात करने के लिये किसी भी हद तक गिर जाता था. अभी तक वह 50 से ज्यादा नाबालिग छात्राओं और उनकी शिक्षिकाओं को सोशल मीडिया में बदनाम कर चुका है. लड़कियों का गुनाह सिर्फ इतना था कि उन्होंने आरोपी को भाव नहीं दिया.

इस साइबर क्रिमिनल का नाम महावीर है, जो पटना का रहने वाला है. आरोपी अभी महज 19 साल का है और आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग सेकेंड ईयर का छात्र है. वह 2 साल से दिल्ली के एक नामी निजी स्कूल की छात्रा के संपर्क में था, जिससे वह फेसबुक के माध्यम मिला था. दोनों के बीच दोस्ती हुई. आपस में बात करने लगे, लेकिन जब लड़की ने उससे बात करना छोड़ दिया तो उसने लड़की के नाम से फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाया और फिर शैतानी खेल रचना शुरू कर दिया.

उसने प्रोफाइल खंगालकर लड़कियों के फोटो व फोन नंबर फेसबुक से निकाले और फिर फेसबुक से मिले फोन पर लड़कियों से बात करने लगा. जब लड़कियों ने उसे भाव नहीं दिया तो आरोपी के खुराफाती दिमाग ने लड़कियों को बदनाम करने की साजिश रच डाली. आरोपी ने 50 से ज्यादा नाबालिग छात्राओं और उनके शिक्षिकाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से बदनाम करने की कोशिश की और फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट पर उनके अश्लील फोटो भी वायरल किए.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- साइबर शातिरों के निशाने पर औरंगाबाद के SP, फर्जी अकाउंट बनाकर हजारों रुपये ठगे

उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर है. उसके दिमाग में लड़कियों से बात कारने की सनक थी, जिसके चलते वह लड़कियों से बात करना चाहता था. जब लड़कियां उससे बात नहीं करतीं तो उनके फेसबुक प्रोफाइल से उनकी फ्रेंड लिस्ट खंगालता. जहां से उनके फोटो व फोन नंबर निकालता, फिर लगातार उन्हें परेशान करता. लड़कियों की ओर से रिस्पांस न मिलने पर आरोपी दूसरे शिकार को तलाशता और किसी तरह का संपर्क न होने पर उनकी फोटो के अश्लील फोटो बनाता और सोशल मीडिया पर वायरल कर देता.

इस आरोपी की पहली शिकायत 6 अगस्त 2021 को दिल्ली के नामी स्कूल प्रशासन ने सिविल लाइन थाने में दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल को मामले की जांच सौंप दी. साइबर सेल आरोपी का प्रोफाइल ढूंढने में जुटी. इस काम में लड़कियों और अध्यापकों ने साइबर टीम की मदद की. जांच के दौरान साइबर सेल को पता चला कि आरोपी कोरोना महामारी के दौरान चल रही ऑनलाइन कक्षाओं में वाट्सऐप कॉलिंग करता था. ऑनलाइन क्लासेज के बीच लिंक पर लड़कियों के अश्लील फोटो भी अपलोड करता और लड़कियों से बात करने के लिए इंटरनेशनल नंबरों का भी प्रयोग करता था.

ये भी पढ़ें- काम की तलाश में पटना से बेंगलुरु निकले थे 2 युवक, रास्ते में हुआ कुछ ऐसा कि बन गए 'साइबर अपराधी'

पुलिस टीम जांच के दौरान धीरे-धीरे आरोपी तक पहुंच गई और बिहार से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया है. साथ ही पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने 3 दर्जन से ज्यादा सोशल मीडिया अकाउंट बनाए हुए थे और इंटरनेशनल नंबर से पीड़ितों को कॉल करता था.

लड़कियां कम उम्र में जल्दी बहक जाती हैं और हर किसी को अपना दोस्त समझने लगती हैं. इसी तरह लडकियां पहले उससे बात करतीं और अपना साथी तलाशने के लिए उसके झांसे में आ जातीं, लेकिन इस बात की खबर पहले लड़कियों के परिजनों को नहीं थी और धीरे-धीरे जब मामला काफी बढ़ गया तो स्कूल प्रशासन की ओर से थाने में शिकायत दी गई. फिलहाल आरोपी को दिल्ली पुलिस बिहार से गिरफ्तार कर दिल्ली ले आई है और अभी उससे निरंतर पूछताछ जारी है. जिससे पता लगाया जा सके कि उसके ऐसे और कितने साथी हैं, जो इस साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं.

ईटीवी भारत की अपील है कि सोशल मीडिया में किसी से भी जुड़ते वक्त पूरी तरह से जांच-पड़ताल कर लें और किसी ऐसे व्यक्ति से दोस्ती न करें, जिससे आप अनजान हों वरना आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं.

नई दिल्ली/पटना : जितना अधिक सोशल मीडिया (Social Media) का प्रभाव बढ़ा है, उतना ही साइबर क्राइम (Cyber Crime) भी बढ़ गया है. लोग इसका गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं. ऐसे में सतर्क रहने की बेहद आवश्यकता है. उत्तरी जिला साइबर सेल की टीम ने एक ऐसे शातिर साइबर क्रिमिनल (Cyber Criminal) को गिरफ्तार किया है, जो पढ़ता तो IIT खड़गपुर में है, लेकिन काम बेहद घिनौने हैं. वह लड़कियों से बात करने के लिये किसी भी हद तक गिर जाता था. अभी तक वह 50 से ज्यादा नाबालिग छात्राओं और उनकी शिक्षिकाओं को सोशल मीडिया में बदनाम कर चुका है. लड़कियों का गुनाह सिर्फ इतना था कि उन्होंने आरोपी को भाव नहीं दिया.

इस साइबर क्रिमिनल का नाम महावीर है, जो पटना का रहने वाला है. आरोपी अभी महज 19 साल का है और आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग सेकेंड ईयर का छात्र है. वह 2 साल से दिल्ली के एक नामी निजी स्कूल की छात्रा के संपर्क में था, जिससे वह फेसबुक के माध्यम मिला था. दोनों के बीच दोस्ती हुई. आपस में बात करने लगे, लेकिन जब लड़की ने उससे बात करना छोड़ दिया तो उसने लड़की के नाम से फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाया और फिर शैतानी खेल रचना शुरू कर दिया.

उसने प्रोफाइल खंगालकर लड़कियों के फोटो व फोन नंबर फेसबुक से निकाले और फिर फेसबुक से मिले फोन पर लड़कियों से बात करने लगा. जब लड़कियों ने उसे भाव नहीं दिया तो आरोपी के खुराफाती दिमाग ने लड़कियों को बदनाम करने की साजिश रच डाली. आरोपी ने 50 से ज्यादा नाबालिग छात्राओं और उनके शिक्षिकाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से बदनाम करने की कोशिश की और फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट पर उनके अश्लील फोटो भी वायरल किए.

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उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर है. उसके दिमाग में लड़कियों से बात कारने की सनक थी, जिसके चलते वह लड़कियों से बात करना चाहता था. जब लड़कियां उससे बात नहीं करतीं तो उनके फेसबुक प्रोफाइल से उनकी फ्रेंड लिस्ट खंगालता. जहां से उनके फोटो व फोन नंबर निकालता, फिर लगातार उन्हें परेशान करता. लड़कियों की ओर से रिस्पांस न मिलने पर आरोपी दूसरे शिकार को तलाशता और किसी तरह का संपर्क न होने पर उनकी फोटो के अश्लील फोटो बनाता और सोशल मीडिया पर वायरल कर देता.

इस आरोपी की पहली शिकायत 6 अगस्त 2021 को दिल्ली के नामी स्कूल प्रशासन ने सिविल लाइन थाने में दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल को मामले की जांच सौंप दी. साइबर सेल आरोपी का प्रोफाइल ढूंढने में जुटी. इस काम में लड़कियों और अध्यापकों ने साइबर टीम की मदद की. जांच के दौरान साइबर सेल को पता चला कि आरोपी कोरोना महामारी के दौरान चल रही ऑनलाइन कक्षाओं में वाट्सऐप कॉलिंग करता था. ऑनलाइन क्लासेज के बीच लिंक पर लड़कियों के अश्लील फोटो भी अपलोड करता और लड़कियों से बात करने के लिए इंटरनेशनल नंबरों का भी प्रयोग करता था.

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पुलिस टीम जांच के दौरान धीरे-धीरे आरोपी तक पहुंच गई और बिहार से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया है. साथ ही पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने 3 दर्जन से ज्यादा सोशल मीडिया अकाउंट बनाए हुए थे और इंटरनेशनल नंबर से पीड़ितों को कॉल करता था.

लड़कियां कम उम्र में जल्दी बहक जाती हैं और हर किसी को अपना दोस्त समझने लगती हैं. इसी तरह लडकियां पहले उससे बात करतीं और अपना साथी तलाशने के लिए उसके झांसे में आ जातीं, लेकिन इस बात की खबर पहले लड़कियों के परिजनों को नहीं थी और धीरे-धीरे जब मामला काफी बढ़ गया तो स्कूल प्रशासन की ओर से थाने में शिकायत दी गई. फिलहाल आरोपी को दिल्ली पुलिस बिहार से गिरफ्तार कर दिल्ली ले आई है और अभी उससे निरंतर पूछताछ जारी है. जिससे पता लगाया जा सके कि उसके ऐसे और कितने साथी हैं, जो इस साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं.

ईटीवी भारत की अपील है कि सोशल मीडिया में किसी से भी जुड़ते वक्त पूरी तरह से जांच-पड़ताल कर लें और किसी ऐसे व्यक्ति से दोस्ती न करें, जिससे आप अनजान हों वरना आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं.

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