पटना : बिहार केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. बता दें कि 1 अक्टूबर को बिहार में सिपाही भर्ती की परीक्षा आयोजित की गई थी. केंद्रीय चयन परिषद ने बैठक के बाद ये फैसला लिया है. परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल हुआ था. जिसके बाद इसको रद्द करने की घोषणा कर दी गई है.
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सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द : 7 अक्टूबर और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा भी अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी गई है. केंद्रीय चयन पर्षद के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंघल ने जानकारी दी है कि ''बैठक के बाद सर्व सहमति से दोनों पालियों की परीक्षा रद्द कर दी गई है. 7 अक्टूबर और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा भी रद्द है.'' ईटीवी भारत को फोन पर एसके सिंघल ने जानकारी दी.
कल किया था पेपर लीक न होने का दावा : कल ही एसके सिंघल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये दावा किया था कि 1 अक्टूबर को बिहार में आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक नहीं हुआ था. वायरल हो रहे उत्तर पुस्तिका से प्रश्न मैच नहीं कर रहे थे. लेकिन आज केंद्रीय चयन पर्षद ने बैठक के बाद सर्वसम्मति से परीक्षा को कैंसिल कर दिया है.
1 अक्टूबर को आयोजित हुई थी परीक्षा : गौरतलब है कि बिहार में सिपाही के 21391 पदों के 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन जमा किया था. रविवार को 2 पालियों में 6 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. 37 जिलों में 5290 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. परीक्षा के दौरान कई पेपर लीक गैंग वाकी टाकी और इलेक्ट्रानिक सामान के साथ लगभग कई जिलों में पकड़े गए थे. पटना के कंकड़ बाग में भी नकल करते 6 अभ्यर्थियों के पास से आंसर की बरामद हुई थी.
"पटना के कंकड़बाग में नकल करते गिरफ्तार 6 अभ्यर्थियों में से पांच के पास बरामद आंसर की का मिलान किया गया. आंसर की से प्रश्न पत्र मैच नहीं हो रहा है. परीक्षा पूरी तरह से कदाचार मुक्त हुई थी. प्रश्न पत्र लीक होने की सवाल ही पैदा नहीं होता है. कदाचार को रोकने के लिए नई तकनीकों का प्रयोग किया गया." -एस के सिंघल, केंद्रीय चयन पर्षद अध्यक्ष (सोमवार 02 अक्टूबर को दिया बयान)