पटना: प्रदेश के गांधी मैदान में चल रहे पटना पुस्तक मेला में लोगों का पुस्तकों के प्रति प्रेम खूब देखने को मिल रहा है. इस बार पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों का साहित्य के किताबों के प्रति ज्यादा रुझान है. पुस्तक मेला में स्टॉल लगाने वाले विभिन्न प्रकाशनों के प्रबंधकों का कहना है कि इस बार डीप साहित्य के प्रति युवाओं का ज्यादा रुझान देखने को मिल रहा है.
युवा वर्ग ले रहे हैं साहित्य में दिलचस्पी
दरअसल, राजधानी में शुक्रवार 8 नंवबर से पुस्तक मेला की शुरुआत हो गई. जो 18 नंवबर तक चलेगी. हर बार की तरह लोग और छात्र-छात्राएं पुस्तकें लेने पहुंच रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात यह है कि युवा वर्ग साहित्य की पुस्तकों में ज्यादा रुची लेता दिख रहा है.
नए लेखकों को किया जा रहा है पसंद
पुस्तक मेला में स्टॉल लगाने वाले राजकमल प्रकाशन के व्यवस्थापक वेद प्रकाश ने बताया कि उनके स्टॉल से आज के दौर के लेखक कुमार विश्वास की 'फिर मेरी याद' और रवीश कुमार की 'बोलना ही है' ज्यादा तादाद में बिक रही हैं. वहीं, पुराने लेखकों में दिनकर, रश्मिरथी और फणीश्वर नाथ रेणु की जुलूस यह चार पुस्तके टॉप सेलिंग है. उन्होंने बताया कि इन किताबों को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. उनकी स्टॉल पर साहित्य के किताबों के प्रति युवाओं का झुकाव खूब देखने को मिल रहा है.
पुराने लेखकों की किताबें भी हैं डिमांड में
भारतीय ज्ञानपीठ के विक्रय अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि उनके बुक स्टॉल से योगेंद्र, मृत्युंजय, गालिब छुटी शराब, गुनाहों के देवता ज्यादा बिक रहे हैं. उपन्यासों और कहानियों के किताबों के प्रति पाठकों की रुचि देखने को मिल रही है और अमृता प्रीतम के उपन्यास मुझे चांद चाहिए उनके काउंटर पर काफी डिमांड में है.
यह भी पढ़ें- पटना: पुस्तक मेला के जरिए साहित्यकारों को किया जा रहा प्रमोट, फ्लैक्स पर लगाई गई पुरानी तस्वीरें
बड़े नेताओं की बायोग्राफी भी है मशहूर
प्रभात प्रकाशन के मैनेजर अखिलेश कुमार ठाकुर ने बताया कि उनके बुक स्टॉल से प्रेरणादाई किताबों की खरीदारी ज्यादा हो रही है. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की अग्नि की उड़ान और मेरी जीवन यात्रा, निशांत जैन की यूपीएससी टॉपर ज्यादा बिक रही है. उन्होंने बताया कि कंपटीशन एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्र ज्यादा तैयारियों से जुड़ी हुई पुस्तकें खरीद रहे हैं लेकिन वहीं अन्य उम्र के पाठक वर्ग साहित्य और प्रेरणादाई किताबों में अपनी रुचि दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेताओं के ऑटो बॉयोग्राफी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की पुस्तकें ही ज्यादा बिक रही है.