पटना/मुंबई: कोरोना की दूसरी लहर में देश के करीब-करीब सभी हिस्सों में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद बिहार के परदेसी अब वापस अपने प्रदेश लौटने लगे हैं. इन्हें अपने राज्य लौटने के लिए रेलवे ने कई विशेष ट्रेनें भी चलाई हैं.
'काम बंद हो गया है. खाने-पीने के लिए कुछ नहीं है. टिकट भी नहीं है. घर जाने के लिए यहां आए हैं.: राम भरोसे, दरभंगा निवासी
'दरभंगा जाने के लिए आए हैं. काम बंद हो गया है. बैठकर कैसे खाएंगे. टिकट भी नहीं मिला रहा है. लोग कहते हैं कि टीटीई ट्रेन में टिकट बना देते हैं': सुरेश यादव, दरभंगा निवासी
देश के अधिकांश हिस्सों में बिहार के लोग काम की तलाश में जाते हैं. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण कई राज्यों में कारखाने और काम बंद हो रहे हैं, जिस कारण लोग वापस लौट रहे हैं. हालांकि बिहार में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में लौट रहे लोगों को बस इतका सुकून है कि कम से कम परदेश से भला अपने गांव तो पहुंच गया.
बता दें कि महाराष्ट्र और दूसरे राज्यों से लगातार स्पेशल ट्रेनें प्रवासी मजदूरों को लेकर बिहार आ रही है. ईस्ट रेलवे के सबसे अधिक प्रवासी मजदूर हैं जो अपने घर लौट रहे हैं. रेलवे प्रशासन के अनुसार पटना और दानापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से आने वाले सभी यात्रियों की कोरोना टेस्ट की व्यवस्था की गई है. जिन मरीजों में बीमारी की पुष्टि होगी उसे अशोका पाटलिपुत्र स्थित आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाएगा.