पटना: बिहार में आज 15 जनवरी को मकर सक्रांति पर्व (Makar Sankranti Festival) के मौके पर गंगा में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई है. आज पटना के घाटों पर बिहार के कई हिस्सों से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आ रहे हैं. माना जाता है मकर सक्रांति के दिन गंगा में स्नान करने से काफी पुण्य की प्राप्ति होती है. पापों का नाश होता है और सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है.
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15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार: बता दें कि हर साल 14 जनवरी को ही मकर संक्रांति मनाया जाता है लेकिन इस बार 15 जनवरी को मकर सक्रांति मनाया जा रहा है. श्रद्धालुओं का कहना है कि 100 साल में 1 दिन बढ़ता है इसलिए 14 जनवरी को नहीं 15 जनवरी को मनाया जा रहा है. सूर्य ने 14 तारीख के 12:00 बजे रात के बाद मकर में प्रवेश किया है इसलिए 15 जनवरी को मनाया जा रहा है. काफी पुरानी कहावत है कि जिसका उदय होता है उसी का अस्त होता है इसलिए 15 जनवरी को मकर सक्रांति माना जा रहा है.
क्या है गंगा में स्नान का महत्व: श्रद्धालुओं का साफ तौर से कहना है कि गंगा में स्नान करने का काफी महत्व होता है इसलिए आज हम लोग गंगा में स्नान कर रहे हैं. साथ-साथ तिल दान करने का भी बहुत महत्व होता है इसलिए गंगा में स्नान करके हम लोग यहीं पर तिल दान करके पुण्य के भागी बन रहे हैं. वहीं घाट पर मौजूद पंडित जी ने बताया कि आज के दिन गंगा में स्नान करके तिल और गुड़ का दान करने से काफी अच्छा फल मिलता है और लोग पुण्य के भागी होते है.
"सूर्य ने 14 तारीख के 12:00 बजे रात के बाद मकर में प्रवेश किया है इसलिए 15 जनवरी को मकर सक्रांति मनाया जा रहा है. आज के दिन गंगा में स्नान करके तिल और गुड़ का दान करने से काफी अच्छा फल मिलता है और लोग पुण्य के भागी होते है."- पंडित जी