पटना: बिहार की राजधानी पटना में गंगा किनारे बने मरीन ड्राइव पर देर रात से बिहार के दूसरे जिलों से आए श्रद्धालुओं का जमावड़ा (Crowd gathered at Ganga Ghat in Patna) लगने लगा है. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए घाट पर जुटे श्रद्धालुओं ने यहां जगह-जगह अपना पड़ाव डाल लिया है. पूरे मरीन ड्राइव का दृश्य इतना विहंगम लग रहा है, मानो सभी लोग किसी उत्सव की तैयारी में लगे हों. किसी मेले के सदृश्य यहां नजारा दिख रहा है. लोग अपने परिवार के साथ बच्चे और बुजुर्ग समेत डेरा डाले हुए हैं. कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में स्नान करने का काफी महत्व होता है.
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इस दिन गंगा स्नान से मनोकामना होती है पूर्णः मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है. लोगों का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में अवश्य स्नान करना चाहिए. यह परंपरा सदियों से चली रही है और कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग बिहार के कई हिस्सों से पटना में गंगा में डुबकी लगाने पहुंचते हैं. गौरतलब हो कि, कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में डुबकी लगाने से लोगों की आस्था है कि मोक्ष की प्राप्ति होती है.
हर उम्र के लोग दिखे मरीन ड्राइव परः पटना के गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के एक दिन पहले से ही बिहार के कई हिस्सों से लोग पहुंचने लगे हैं. बच्चे, बुजुर्ग, युवा सभी लोग पटना के गंगा घाट पर रात से ही पहुंचने लगे हैं. पूरी व्यवस्था के साथ कंबल चादर बिछावन लेकर लोग पटना के गंगा घाट पर रात से ही अपना डेरा डाले हुए हैं. लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
गंगा घाट पर इस उतारी जाती है नजरः लोगों का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन अगर किसी को किसी तरह की समस्या है तो उसे गंगा घाट पर भगत के द्वारा उसे झाड़-फूंक कर उसकी समस्याओं का निदान किया जाता है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग भूत भगाने का खेल भी खेलते हैं. बिहार के दूर-दराज से पहुंचे भगत भूत भगाते भी नजर आए और नजर गुजर उतारते देखे गए. बिहार के गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा के कई हिस्सों से लोग कार्तिक पूर्णिमा को लेकर गंगा में डुबकी लगाने पहुंचे हुए हैं और पटना के मरीन ड्राइव पर मानों मेला सा लगा हुआ है. लोग वहीं पर अपनी रात गुजार रहे हैं और कल कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में डुबकी लगाकर अपनी मनोकामना की पूर्ति करेंगे.
''हमलोग जहानाबाद से आए हुए हैं. कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का काफी महत्व है. इसलिए इतनी दूर से समय रहते रात में ही परिवार के साथ पहुंच गए हैं'' - श्रद्धालु, जहानाबाद निवासी
10 लाख लोगों के आने का अनुमानः गंगा घाट पर जिला प्रशासन के द्वारा काफी व्यवस्थाएं की गई है. खतरनाक घाटों को चिह्नित किया गया है. ताकि लोग वहां न जाए और पूरी तरीके से जिला प्रशासन की टीम गंगा घाट पर मौजूद है. लगभग पटना के गंगा नदी में कल 10 लाख श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा सकते हैं, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है. पटना के गांधी मैदान में भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान से एक दिन पहले ही पहुंचे हुए हैं और गंगा घाटों पर भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी जा रही है.
"कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा किनारे झाड़-फूंककर नजर-गुजर और भूत भगाने की परंपरा है. वहीं करने यहां आये हैं. इससे लोगों को शांति मिलती है और दोष भी कटता है" - ओझा, गया निवासी