पटनाः बिहार में महादलित छात्रों को अंग्रेजी सिखाने के नाम पर करोड़ों रुपये गबन करने का मामला सामने आया है. महादलित छात्रों को स्पोकन इंग्लिश का प्रशिक्षण देने के लिए ब्रिटिश लिंगुआ नामक संस्थान से शिक्षा विभाग ने करार किया था. लेकिन विभागीय सचिव और अधिकारियों ने संस्थान के साथ मिलीभगत करके छात्रों के गलत नाम और पते के आधार पर 7 करोड़ 30 लाख 13 हजार से ज्यादा सरकारी रुपये गबन कर लिए.
सरकारी राशि की निकासी
बताया जा रहा है कि 14 हजार 826 छात्रों के गलत नाम और पता दिए गए हैं. मामला सामने आने के बाद जांच में पता चला कि इनमें से कई छात्रों का दाखिला दूसरे प्रशिक्षण कोर्स में भी है. जांच के दौरान बड़ी संख्या में छात्रों के नाम पर विभाग के अधिकारियों के सरकारी राशि की निकासी करने की बात भी सामने आई है.
कई पदाधिकारियों के नाम आए सामने
बिहार में महादलित छात्रों को अंग्रेजी सिखाने के नाम पर लाखों का घोटाला हुआ है. इसमें स्पोकन इंग्लिश संस्थान ब्रिटिश लिंगवा के निर्देशक बीरबल झा के के अलावा तीन अन्य सेवानिवृत्त आईएएस और बिहार राज्य महादलित विकास मिशन के कई पदाधिकारियों के नाम सामने आए हैं.
एसएम राजू का घोटालों से पुराना रिश्ता
निगरानी ब्यूरो की जांच में यह बात सामने आने के बाद आईएएस अधिकारी एसएम राजू समेत 10 लोगों को अभियुक्त बनाते हुए निगरानी थाने में एफआइआर दर्ज करवाया गया है. बता दें कि आईएसए एसएम राजू का घोटालों से पुराना रिश्ता रहा है. एससी एसटी कल्याण विभाग में हुई महादलित छात्रवृत्ति घोटाला में भी एसएम राजू को मुख्य आरोपी बनाया गया था.
आरोप साबित होने के बाद मामला दर्ज
आईएएस अधिकारी एसएम राजू इसी महीने सेवानिवृत्त होने वाले हैं. निगरानी विभाग ने आरोप साबित होने के बाद मामला दर्ज किया है. साथ ही अंग्रेजी संस्थान ब्रिटिश लिंगवा के निर्देशक बीरबल झा को भी अभियुक्त बनाया गया है.
10 लोगों को बनाया गया अभियुक्त
बीरबल झा निर्देशक ब्रिटिश लिंगुआ, एसएम राजू तत्कालीन मिशन निर्देशक और बिहार महादलित मिशन निर्देशक, राघवेंद्र झा सेवानिवृत्त आईएएस, राज नारायण लाल सेवानिवृत्त आईएएस, रामाशीष पासवान सेवा निर्मित आईएस, अनिल कुमार सिन्हा सेवानिवृत्त, शशि भूषण सिंह तत्कालीन मिशन कोऑर्डिनेटर, हरेंद्र कुमार, श्रीवास्तव धीरेंद्र चौधरी देवजानी इन 10 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर अभियुक्त बनाया गया है.