पटना: बिहार के प्रारंभिक स्कूल और तमाम कोचिंग संस्थान मार्च महीने से ही कोविड-19 के कारण बंद पड़े हैं. विधानसभा चुनाव के बाद तमाम प्राइवेट स्कूल और कोचिंग संस्थान सरकार से उन्हें खोलने की मांग कर रहे हैं. इस बीच शिक्षा विभाग ईटीवी भारत को जानकारी दी है कि इस बारे में अगले कुछ दिनों में फैसला हो जाएगा.
विभाग में विचार-विमर्श जारी
बिहार के हजारों प्राइवेट और सरकारी प्रारंभिक विद्यालय और उनके साथ कोचिंग संस्थान से जुड़े लोग बच्चों की पढ़ाई और अपने व्यवसाय का हवाला देते हुए खोलने की इजाजत देने की मांग कर रहे हैं. लेकिन कोविड-19 संक्रमण का हवाला देते हुए सरकार ने अब तक उन्हें कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल और कोचिंग संस्थान खोलने की इजाजत नहीं दी है. इसी बीच शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया प्रारंभिक स्कूल और कोचिंग खोलने के बारे में विभाग में विचार-विमर्श जारी है.
संजय कुमार ने कहा कि यह मामला कई विभागों से जुड़ा है, जिनमें प्रमुख तौर पर स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस बारे में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में स्कूल और कोचिंग खोलने को लेकर फैसला होगा.
स्कूल और कोचिंग खोलने की मांग
दरअसल, बिहार में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल 28 सितंबर से खुल चुके हैं. हालांकि उनमें उपस्थिति काफी कम रह रही है. इधर कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल और कोचिंग संस्थान ऑनलाइन तरीके से बच्चों को पढ़ा रहे हैं. लेकिन वह भी अब संक्रमण कम होने की बात कहकर स्कूल और कोचिंग खोलने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि यह पूरा साल बच्चों के लिए भी काफी मुश्किल भरा रहा है। क्योंकि किसी भी स्कूल में बच्चों का सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में सरकारी स्कूलों में अगले सेशन में बच्चों को बिना परीक्षा दिए प्रमोट करने को लेकर भी विचार चल रहा है।