पटना: बिहार में बढ़ते कोरोना मरीजों को लेकर सीपीआईएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा और जदयू के विधायक कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई के बदले सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है.
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बिहार सरकार पर साधा निशाना
कटिहार में 27 अप्रैल की रात कोरोना संक्रमित एक दलित व्यक्ति को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए मदद मांगी गई तो उसके साथ मारपीट कर उसे वहां से भगा दिया गया. दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज का वीडियो अस्पताल की कुव्यवस्था के बारे में सच बता रहा है. बिहार के अस्पतालों में ना तो बेड है ना ऑक्सीजन, ना वेंटिलेटर, ना दवा और ना ही एंबुलेंस की व्यवस्था है. श्मशान घाट में भी शवदाह की जगह नहीं है.
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'स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करें सरकार'
ऐसे में हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार जल्द से जल्द बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करें. राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवा की व्यवस्था की जाएय कटिहार अस्पताल मामले में जो अधिकारी दोषी हैं उन पर कार्रवाई की जाए. संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए रोजाना कमाने वालों के घर तक मुफ्त खाद्य सामग्री और प्रत्येक परिवार को 7500 रुपए नगद मदद की जाए.