पटना: किसानों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन पर कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने कहा कि केन्द्र की बीजेपी सरकार किसानों के खिलाफ काला कानून लेकर आई है. नेताओं ने कहा कि किसानों के विरोध प्रदर्शन पर जिस तरह से बीजेपी शासित सरकार लाठियां भांज रही है वह निंदनीय है. सीपीआई के विधायकों व विधान पार्षदों ने कहा कि आगामी 2 दिसंबर को सीपीआई किसानों, मजदूरों की मांगों को लेकर राज्यव्यापी प्रदर्शन करेंगे.
अन्नदाता पर हमला लोकतंत्र के खिलाफ
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने सभी नवनिर्वाचित विधायकों एवं विधान पार्षदों ने साथ संयुक्त प्रेस वार्ता की. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता व विधान परिषद के सचेतक प्रोफेसर संजय कुमार सिंह ने कहा कि आगामी 2 दिसंबर राज्यव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि देश में जिस तरीके से किसान विरोधी काला कानून लाया गया है वह गैरवाजिब हैं. जब इसके खिलाफ किसान प्रदर्शन करते हैं तो उन पर हमले किए जाते हैं यह लोकतंत्र के खिलाफ है. इसलिए सीपीआई ने यह तय किया है कि काले कानून के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करेंगे.
किसान बिल वापस ले केन्द्र सरकार
सीपीआई नेताओं ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि सीपीआई मांग करती है कि मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए किसान विरोधी कानूनों को सरकार वापस ले. बिहार में 19 लाख रोजगार की गारंटी करे. संविदा एवं नियोजन की समाप्ति कर उन्हें नियमित करें. सीपीआई विधायकों व पार्षदों ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि केन्द्र तथा राज्य सरकार समान काम के लिए समान वेतन की गारंटी दे.