पटना: बिहार सरकार के कैबिनेट बैठक में कल कुल 24 एजेंटों पर मुहर लगी. जिसके बाद से ही विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोलना शुरु कर दिया है. सीपीआई ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव के मद्देनजर फैसले लिए जा रहे हैं, लेकिन जनता सब समझ रही है.
'जनता को लुभाने की कोशिश'
सीपीआई नेता सत्यनारायण सिंह ने कहा कि चुनाव नजदीक है. ऐसे में जनता को लुभाने के लिए सरकार फैसले ले रही है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगे, वैसे-वैसे सरकार नए-नए फैसले लेगी. जनता को लुभाने की कोशिश की जा रही है. ताकि जनता उनके जाल में फंसे और उन्हें चुनाव में वोट दें. अगर सरकार को उद्योग को बढ़ावा देना था और मजदूरों को रोजगार तो औद्योगिक नीति में पहले क्यों नहीं बदलाव किए गए.
25 लाख लोग हुए बेरोजगार
सीपीआई नेता ने कहा कि लॉकडाउन के कारण कई उद्योग-धंधे बंद हो गए. 25 लाख से अधिक मजदूर बेरोजगार हो गए. अगर सरकार वाकई रोजगार और उद्योग को बढ़ावा देना चाहती तो और पहले ही औद्योगिक नीति में परिवर्तन करना था, लेकिन सरकार को तो सिर्फ चुनाव की चिंता है. इसलिए अब यह फैसला लिया गया. आपको बता दें कि शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 में कई संशोधन किए गए.