पटना: बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 का विरोध भाकपा माले शुरू से ही कर रही है. विधानसभा में विधेयक पेश होने के पहले भी भाकपा माले ने इसको लेकर सड़क पर काफी प्रदर्शन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला भी दहन किया था. बावजूद इसके विधानसभा में यह विधेयक पास हो गया. इसके बाद भाकपा माले ने अब आंदोलन की नई रणनीति तैयार की है.
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'किसान विरोधी कृषि बिल भी सरकार ने पारित कर दिया था, लेकिन आज पूरे देश में उस बिल के खिलाफ लोगों में आक्रोश है और आंदोलन चल रहा है. किसान मजदूर के साथ आम लोग भी आंदोलन में शामिल होकर उस बिल को रद्द करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. उसी तर्ज पर अब बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 के खिलाफ भी आंदोलन किया जाएगा. क्योंकि इसके तहत पुलिस पर जदयू और भाजपा सरकार अपना नियंत्रण करना चाहती है.' - कुमार परवेज, स्टेट कमेटी मेंबर, भाकपा माले
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उन्होंने कहा कि पुलिस को विशेष बल देकर सरकार पुलिस को गुंडा बनाना चाहती है और आम जनता को सताना चाहती है. ऐसा हम किसी कीमत पर नहीं होने देंगे. हम लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करने का काम करेंगे और उनसे अपील करेंगे कि सड़कों पर उतर कर इसका विरोध करें. जिस तरीके से किसान आंदोलन चल रहा है उसी में अब इसको भी जोड़ा जाएगा और इसके खिलाफ भी आंदोलन किया जाएगा. जब तक सरकार इसे वापस नहीं लेगी, तब तक यह आंदोलन चलेगा और बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधायक को हम रद्द कराकर ही दम लेंगे.