पटना: राजधानी पटना के बुद्ध स्मृति पार्क के पास भाकपा माले द्वारा फादर स्टैन स्वामी (Father Stan Swamy) की संस्थानिक हत्या के खिलाफ नागरिक प्रतिवाद एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग शामिल हुए. सभी ने शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज किया और श्रद्धांजलि भी दी.
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फादर स्टैन स्वामी गरीबों के साथ रहे खड़े
माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि फादर स्टैन स्वामी शुरू से ही आदिवासी, गरीब लोग और आम जनता के लिए आवाज उठाया है उनके साथ खड़े रहे. लेकिन इस फासीवादी सरकार ने उन्हें यूएपीए कानून के तहत झूठे मुकदमें में उन्हें कैद करके मार दिया गया. जिसकी पूरे देश में आज आक्रोश है और सभी नागरिक प्रतिवाद के तहत अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं. इसकी आवाज पूरी दुनिया में गई है. हम उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
'एक्टिविस्ट फादर स्टैन स्वामी हमेशा से गरीबों के साथ खड़ रहे. उन्होंने गरीबों के उत्थान को लेकर कई आंदोलन किए. लेकिन फासीवादी सरकार ने जेल में कैद कर उन्हें मार दिया. इसे हम संस्थानिक हत्या मानते हैं. यूएपीए कानून को रद्द किया जाए.' - महबूब आलम , विधायक, भाकपा माले
यूएपीए जैसे कानूनों को रद्द करे सरकार
सरकार से यह मांग करते हैं कि यूएपीए जैसे कानूनों को सरकार खत्म करे. क्योंकि सरकार इसका दुरुपयोग कर रही है और लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. लेकिन ऐसा आगे हरगिज नहीं होने देंगे. हम न्याय व लोकतंत्र की लड़ाई को जारी रखेंगे.
कौन हैं फादर स्टेन स्वामी
भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में गिरफ्तार किए गए एक्टिविस्ट फादर स्टेन स्वामी ( Father Stan Swamy ) का निधन हो गया है. बताया जा रहा कि 84 साल के स्टेन स्वामी को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. ऐसें में सोशल मीडिया पर हैशटैग के साथ एक्टिविस्ट #स्टेनस्वामी ट्रेंड कर रहा है. स्टेन स्वामी को कोई लोग श्रद्धांजलि देते दिखे जिनमें वरिष्ठ पत्रकार प्रसून बाजपेयी ने ट्टवीट कर जानकारी दी.