पटना: इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोना की लगातार जांच हो रही है, और आम आदमी यहां ओपीडी में पुर्जा कटवा कर जांच के लिए लगातार आ रहे हैं. आज कुल 33 मरीज जांच के लिए पहुंचे. जिसमें ज्यादातर में फ्लू के लक्षण पाए गए.
उन मरीजों में से दो संदिग्ध मरीज भी पाए गए. जिनका टेस्ट रिपोर्ट अभी आना बाकी है फिलहाल उन दोनों संदिग्ध मरीजों को नालंदा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. IGIMS के अधीक्षक मनीष मंडल ने इसकी जानकारी दी स्वास्थ्य विभाग ने साफ-साफ कहा है कि आईजीआईएमएस में कोरोना के मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे. पहले की तरह ही वहां गंभीर बीमारी के रोगियों का इलाज होगा.
विभाग का मानना है कि कोरोना के इलाज से आईजीएमएस पूरी तरह से फ्री है और राज्य की अनेक जगहों से जो गंभीर बीमारी चाहे वह किडनी फेल हो और उसके प्रॉब्लम के जो मरीज आते हैं कैंसर के मरीज आते हैं निश्चित तौर पर उनकी नियमित जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी.