पटना: बिहार के आईआईटी पटना (IIT Patna) के इंक्यूबेशन सेंटर के छात्रों ने कोरोना के खात्मा करने को लेकर एक अनोखी मशीन बनाई है. यह एक फुल बॉडी डिसइन्फेंकटेंट मशीन (Disinfectant Machine) है. जिससे कोरोना वायरस से लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभायेगी. यह मुख्य द्वार पर ही वायरस-बैक्टेरिया को नष्ट कर देता है. इसे मुख्य रूप से अस्पतालों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों पर भी लगाया जा सकता है.
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फिलहाल ट्रायल के तौर पर पटना एम्स में यह मशीन लगी है. आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. त्रिलोक नाथ सिंह ने कहा कि आईआईटी का इंक्यूबेशन सेंटर बेहतर काम करके कमाल कर दिखाया है. युवाओं को बेहतर मार्ग दिखा रहा है. इसी कड़ी में फुल बॉडी डिसइन्फेंकटेंट मशीन भी है. आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि यह मशीन वर्तमान समय में बेहतर रिजल्ट प्रदान करेगी. सभी स्थानों पर इसे लगाने की जरूरत है.
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वहीं, एम्स पटना के डॉ योगेश सिंह ने डिसइन्फेक्टेंट मशीन के बारे में कहा कि ये मशीन 2 से 3 सेकेंड में इंसान के शरीर को डिसइंफेक्ट कर देगी. इस मशीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि डिसइन्फेक्ट करने के लिए इससे लिक्विड नहीं, वेपर यानी वाष्प निकलेगा. वह भी आपके गर्दन से नीचे के शरीर को यह मशीन डिसइन्फेक्ट करेगी.
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वहीं, इस मशीन को बनाने वाले वरुण कुमार शाही ने बताया कि इस मशीन से इंसान के शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा. इसकी पुष्टि पटना एम्स की टीम ने मशीन को इस्तेमाल में लाने से पहले और बाद में जांच कर की है. वरुण कुमार शाही ने बताया कि इंसान के शरीर को डिसइन्फेक्ट करने के लिए इस मशीन में डब्ल्यूएचओ प्रमाणित केमिकल्स के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया गया है.