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दूसरी लहर में इतना घातक क्यों हो गया कोरोना? EXPERT से जानिए क्यों हो रही इतनी ज्यादा मौतें?

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Published : Apr 26, 2021, 8:12 PM IST

कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. इसमें युवाओं में संक्रमण ज्यादा फैल रहा है. मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. इस बार कोरोना इतना खौफनाक क्यों हो गया, ईटीवी भारत ने फिजीशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी से इन सारे मुद्दों पर बात की है. देखिए रिपोर्ट...

डॉ. दिवाकर तेजस्वी
डॉ. दिवाकर तेजस्वी

पटनाः देश में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से अपना पांव पसारता जा रहा है. बिहार में भी आए दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. पटना में तो कोरोना ने विस्फोटक रूप अपना लिया है. वहीं दूसरी लहर में युवा वर्ग के लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. कोरोना के नए म्यूटेंट को लेकर पटना के मशहूर फिजीशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने जरूरी बातें बताई हैं.

इसे भी पढ़ेंः ना जीते जी दवा मिली और न ही मरने के बाद सम्मान, खबर मत पढ़िए आपको गुस्सा आएगा

"कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदलता जा रहा है. इस लहर में युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. इसका मुख्य वजह ये है कि पहले की तुलना में लोग ज्यादा बाहर निकल रहे हैं. कोरोना का दूसरा वैरिएंट पहले वैरिएंट से काफी अलग है. इसमें स्पाइक प्रोटीन में जो वायरस एंट्री पॉइंट है, जिससे वायरस अंदर आता है. युवाओं में पहले इम्यूनिटी बेहतर थी जिस वजह से यह वायरस उतना असर नहीं कर पा रहा था. लेकिन वायरस का नया वैरिएंट युवाओं के रिसेप्टर को भी आसानी से पार कर रहा है. जिससे आसानी से बॉडी संक्रमित हो रहा है." -डॉ दिवाकर तेजस्वी, फिजीशियन

'युवाओं में कम हुई पैथेजेनोसिटी'
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि युवाओं में पैथेजेनोसिटी पहले की तुलना में कम हो गई है. इस वजह से ज्यादा युवा संक्रमित हो रहे हैं. और उनकी मौत भी हो रही है. पहले वायरस को फेफड़े तक पहुंचने में काफी समय लगता था, लेकिन अब 3 से 4 दिन में वायरस फेफड़े तक पहुंच जा रहे हैं. और पूरे फेफड़े को संक्रमित कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ेंः कोरोना संक्रमित दंपति की मौत, बेटे ने छूने से किया इंकार

फेफड़े पर हो रहा गहरा असर
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि युवाओं में अभी के समय फेफड़े में डैमेज काफी अधिक देखे जा रहे हैं. यही कारण है कि उन्हें अधिक समस्या हो रही है. बता दें कि पटना के अधिकांश अस्पतालों में 18 से 30 वर्ष तक के युवा आईसीयू में एडमिट हैं. कई अस्पतालों में तो 50% से अधिक युवा ही अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने विशेषकर युवाओं को सतर्क रहने की सलाह दी है.

पटनाः देश में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से अपना पांव पसारता जा रहा है. बिहार में भी आए दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. पटना में तो कोरोना ने विस्फोटक रूप अपना लिया है. वहीं दूसरी लहर में युवा वर्ग के लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. कोरोना के नए म्यूटेंट को लेकर पटना के मशहूर फिजीशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने जरूरी बातें बताई हैं.

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"कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदलता जा रहा है. इस लहर में युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. इसका मुख्य वजह ये है कि पहले की तुलना में लोग ज्यादा बाहर निकल रहे हैं. कोरोना का दूसरा वैरिएंट पहले वैरिएंट से काफी अलग है. इसमें स्पाइक प्रोटीन में जो वायरस एंट्री पॉइंट है, जिससे वायरस अंदर आता है. युवाओं में पहले इम्यूनिटी बेहतर थी जिस वजह से यह वायरस उतना असर नहीं कर पा रहा था. लेकिन वायरस का नया वैरिएंट युवाओं के रिसेप्टर को भी आसानी से पार कर रहा है. जिससे आसानी से बॉडी संक्रमित हो रहा है." -डॉ दिवाकर तेजस्वी, फिजीशियन

'युवाओं में कम हुई पैथेजेनोसिटी'
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि युवाओं में पैथेजेनोसिटी पहले की तुलना में कम हो गई है. इस वजह से ज्यादा युवा संक्रमित हो रहे हैं. और उनकी मौत भी हो रही है. पहले वायरस को फेफड़े तक पहुंचने में काफी समय लगता था, लेकिन अब 3 से 4 दिन में वायरस फेफड़े तक पहुंच जा रहे हैं. और पूरे फेफड़े को संक्रमित कर रहे हैं.

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फेफड़े पर हो रहा गहरा असर
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि युवाओं में अभी के समय फेफड़े में डैमेज काफी अधिक देखे जा रहे हैं. यही कारण है कि उन्हें अधिक समस्या हो रही है. बता दें कि पटना के अधिकांश अस्पतालों में 18 से 30 वर्ष तक के युवा आईसीयू में एडमिट हैं. कई अस्पतालों में तो 50% से अधिक युवा ही अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने विशेषकर युवाओं को सतर्क रहने की सलाह दी है.

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