पटना: बिहार में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है. वहीं, कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसी को देखते हुए सरकार कोरोना जांच को बढ़ाने पर जोर दे रही है. इसके लिए अब राजधानी में प्राइवेट पैथोलॉजी में भी कोरोना की जांच शुरू कर दी गई है.
बता दें कि अभी के समय में पटना जिले में 2 प्राइवेट पैथोलॉजी को ही कोविड-19 का टेस्ट करने की अनुमती दी गई है. जल्द ही और दो अन्य प्राइवेट पैथोलॉजी को भी कोरोना जांच करने की अनुमति दी जाएगी. वहीं, इन पैथोलॉजी के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं.
इन पैथौलॉजी में होगी जांच
पटना जिला के सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि वर्तमान समय में पटना में दो प्राइवेट पैथोलॉजी सेन डायग्नोस्टिक और पैथ काइंड कोरोना के सैंपल की जांच कर रही है. इसके लिए सिविल सर्जन कार्यालय ने उन्हें अनुमति दे दी गई है. वहीं, जल्द ही आने वाले कुछ दिनों में लाल पैथ और सरल पैथोलॉजी में भी कोरोना के सैंपल की जांच होगी.
'प्राइवेट पैथोलॉजी कोरोना जांच के लिए 25 सौ रुपये से ज्यादा नहीं लेंगे'
इसके अलावे सिविल सर्जन ने बताया कि बिहार एक गरीब प्रदेश है और यहां लोअर मिडिल क्लास और गरीब लोग काफी ज्यादा हैं. इसी को देखते हुए सरकार ने कोरोना टेस्ट कराने के लिए निर्धारित शुल्क भी तय की है. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में जांच के लिए आईसीएमआर की ओर से निर्धारित राशि 4 हजार रुपये लिया जा रहा है. लेकिन पटना जिले में जो प्राइवेट पैथोलॉजी कोरोना जांच कर रही हैं उनके लिए निर्धारित शुल्क तय किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि पैथोलॉजी सीवी नेट मेथड से टेस्ट करती हैं तो इसके लिए 15 सौ रुपये से अधिक नहीं लिया जाएगा. वहीं, अगर आरटी-पीसीआर के तहत टेस्ट की जाती है तो 25 सौ रुपये से ज्यादा नहीं लिया जाएगा.