पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 13 अक्टूबर से लगातार सभाएं हेलीकॉप्टर से कर रहे हैं. तो वहीं, नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव भी आधा दर्जन सभा प्रतिदिन करने लगे हैं. बीजेपी के कई नेता भी कई सभाएं कर रहे हैं. कोरोना काल में अधिकांश जनसभाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है और चुनाव आयोग ने जो प्रोटोकॉल बनाया है. उसका भी खिल्ली उड़ाया जा रहा है.
जनसभाओं में कोरोना से बचाव के लिय चुनाव आयोग की ओर से तय प्रोटोकॉल का पालन किसी दल की ओर से नहीं हो रहा है. लेकिन दावा जरूर हो रहा है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह का कहना है कि हम लोग कोशिश कर रहे हैं. लेकिन लोगों में उत्साह है इतना है कि भीड़ काफी हो जा रही है. जनमानस की भावना को हम लोग रोक नहीं पा रहे हैं.
चुनाव आयोग के प्रोटोकोल का पालन नहीं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के कई नेता भी लगातार कई जनसभा कर रहे हैं और उन जनसभाओं में भी चुनाव आयोग के प्रोटोकॉल का सही ढंग से पालन नहीं हो रहा है. लेकिन जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद का कहना है कि हम लोगों की पार्टी अनुशासित पार्टी है और चुनाव आयोग का जो भी प्रोटोकोल है. उसे पूरा पालन करने की कोशिश हो रही है.
बिहार में नरेंद्र मोदी की रैली
23 अक्टूबर से बिहार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली भी शुरू होने वाली है. पीएम सासाराम से रैली की शुरुआत करेंगे. भागलपुर में प्रधानमंत्री की 1 नवंबर और 3 नवंबर को रैली होगी. ऐसे में पार्टी नेताओं की ओर से पहले से दावा किया जा रहा है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं. आसपास के विधानसभा क्षेत्रों में टीवी स्क्रीन लगाकर लोगों को प्रधानमंत्री का संबोधन सुनाये जाने की व्यवस्था की जा रही है. 23 अगस्त को ही राहुल गांधी की रैली भी होने वाली है. ऐसे में अब देखना है प्रधानमंत्री और राहुल गांधी की रैली में चुनाव आयोग के प्रोटोकॉल का कितना पालन किया जाता है.
कोरोना काल के दौरान जनसभाओं में भीड़ को लेकर विशेषज्ञ चिंता जता रहे हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ने की आशंका भी जताई जाने लगी है.