पटनाः कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave Of Corona) में प्रदेश में जो तबाही मची उसके बाद बिहार काफी सजग हो गया. लोगों ने कोरोना के तमाम एहतियात का गंभीरता से पालन किया और वैक्सीनेशन (vaccination) अभियान में भी अपनी भागीदारी निभाई. नतीजा यह हुआ कि कोरोना के एक्टिव मामले में प्रदेश में काफी गिरावट हुई. लेकिन अब एक बार फिर प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं. वजह ये है कि दिवाली और छठ पर दूसरे प्रदेशों से लोगों के आने का सिलसिला जारी है.
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वर्तमान में देशभर में जहां कोरोना के एक्टिव मामले की संख्या 158784 हैं. वहीं प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 43 है. लेकिन फेस्टिवल सीजन नजदीक आते ही बाहर प्रदेशों से लोगों का अपने घर आना शुरू हो गया है. प्रदेश में एक्टिव मामले कम हैं, इस वजह से लोग कोरोना संबंधी गाइडलाइंस का गंभीरता से पालन नहीं कर रहे हैं और नतीजा यह हो रहा है कि हाल के दिनों में प्रदेश में एक्टिव मामले बढ़ने लगे हैं.
दीपावली और धनतेरस की खरीददारी करने के लिए बाजार में लोग पहुंच रहे हैं और लोगों की भीड़ इकट्ठा हो रही है. ऐसे में जरूरी है कि लोग भीड़ इकट्ठा करने से बचें और सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने की कोशिश करें. इसके अलावा जब भी घर से बाहर निकले खासकर मार्केट में खरीदारी करने के लिए तो चेहरे पर मास्क अनिवार्य रूप से प्रयोग करें और पास में सेनीटाइजर्स जरूर रखें और नियमित अंतराल पर हाथों को सेनीटाइज करते रहें.
बिहार में अगर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना को लेकर हर दिन जारी किए जा रहे आंकड़ों की बात करें तो 25 अक्टूबर को बिहार में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 35 थी, जो 30 अक्टूबर को बढ़कर 47 हो गई. वर्तमान में अभी एक्टिव मामलों की संख्या 43 है. विगत 10 दिनों की बात करें तो प्रदेश में इन 10 दिनों में कोरोना के 63 नए मामले सामने आए हैं.
बीते 10 दिनों के आंकड़ों पर गौर करें तो 22 अक्टूबर को 6 केस मिले, 23 अक्टूबर को 9 मामले, 24 अक्टूबर को 4 केस, 25 अक्टूबर को 2 मामले और 26 अक्टूबर को 8 नए मामले, 27 अक्टूबर को 5 मामले, 28 और 29 अक्टूबर को 6-6 नए मामले, 30 अक्टूबर को 5 नए मामले मिले फिर 31 अक्टूबर को 8 नए मामले मिले और 1 नवंबर को 4 नए मामले मिले. इस तरह विगत 10 दिनों में 63 नए मामले प्रदेश में मिले हैं.
बता दें कि पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 30 नवंबर तक सभी राज्यों में कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया गया है और कोरोना से संबंधित गाइडलाइंस का गंभीरता से पालन करने, सार्वजनिक स्थानों पर अधिक भीड़ भाड़ जमा न हो इसके लिए सरकार को दिशा निर्देश दिया गया है. वहीं, देश में कोरोना से प्रभावित 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और 40 जिलों के डीएम को केंद्र सरकार ने 3 नवंबर को तलब किया है.
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नवंबर का महीना फेस्टिवल का महीना है. ऐसे में 20 नवंबर तक प्रदेश में हर दिन विशेष सावधानी रखने की जरूरत है. इसी महीने धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ पूजा जैसे बड़े पर्व और त्योहार है. छठ पूजा में छठ घाटों पर भीड़ भी लगने वाली है. ऐसे में जरूरी है कि लोग सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना संबंधित गाइडलाइंस का गंभीरता से पालन करें.
सार्वजनिक स्थानों पर लोग भीड़ भाड़ में बिना मास्क के खड़े नजर आ रहे हैं. इस भीड़ में ऐसे प्रदेशों से आए हुए लोग भी शामिल हैं, जिन प्रदेशों में कोरोना के मामले काफी अधिक हैं. ऐसे में प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना फैलने का खतरा बढ़ गया है. इस स्थिति में जरूरी है कि लोग एहतियात बरतें. ताकि प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रित रहे. संक्रमण की दूसरी लहर के बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था ने जो रफ्तार पकड़ी है उस पर ब्रेक ना लगे.