पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. आए दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित मामलों की पुष्टि हो रही है. इसको देखते हुए सरकार ने विभिन्न गाइडलाइंस जारी किए हैं. कई तरह की पाबंदी भी लगाई गई है. सरकार और जिला प्रशासन का दावा है कि जो लोग बाहर से आ रहे हैं उनका कोरोना जांच हो रहा है. लेकिन राजधानी पटना के मीठापुर बस स्टैंड का रियलिटी चेक किया गया तो वहां की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही थी.
ये भी पढ़ें- मसौढ़ी: 26 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि, अनुमंडल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर्स भी संक्रमित
बस स्टैंड पर नहीं हो रही जांच
दरअसल, मीठापुर बस स्टैंड में ना तो किसी प्रकार की कोई जांच की व्यवस्था देखने को मिली ना ही पुलिस की टीम. लोग ऐसे बेखौफ घूम रहे थे और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे थे कि मानों बिहार में कोरोना का संक्रमण ही नहीं है. काफी संख्या में दूसरे राज्यों से यात्री बिहार बस से आते हैं और सभी यात्री बिना किसी जांच के अपने घर के लिए निकल जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- पटना: बाढ़ एनटीपीसी में फैला कोरोना, 29 कर्मचारी संक्रमित
सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन
बता दें कि बस स्टैंड पर किसी प्रकार की सावधानी नहीं बरती जा रही थी और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था. इसके साथ ही किसी ने भी मास्क नहीं पहना था. जब किसी की नजर कैमरे पर पड़ती थी तो जल्दी से मास्क पहन लगे. वहीं, राजधानी में इस तरह की लापरवाही सरकार के दावे फेल करती नजर आ रही है.