पटना: राज्य में कोरोना मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या के बीच लोग किस तरह से लापरवाही बरत रहे हैं इसे लेकर ईटीवी भारत की टीम ने शुक्रवार को राजधानी पटना के पॉश इलाका कहे जाने वाले पाटलिपुत्र कॉलोनी का जायजा लिया. जिसमें पाया गया कि यहां कुछ लोगों को छोड़कर ज्यादातर लोग खतरनाक बीमारी को लेकर अभी भी गंभीर नहीं दिख रहे हैं.
इन इलाकों के लोग गंभीर नहीं
पाटलिपुत्र थाना के क्षेत्र के न्यू पाटलिपुत्र, पाटलिपुत्र गोलंबर, पॉलिटेक्निक मोड, गोसाई टोला सब्जी हाट, पीएम मॉल और पार्क में लोग लापरवाह दिखे. वहीं कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम के सामने बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के सैकड़ों की संख्या में लोग हरी सब्जियों की खरीदारी करते देखे गए. ईटीवी भारत के सवालों पर लोगों ने गोलमटोल जवाब दिया.
पार्कों में भी लापरवाही
इतना ही नहीं इस दौरान पार्कों में लोग इस कदर लापरवाह दिखे जैसे उनके नजर में करोना वायरस महज मजाक है. मालूम हो कि एक सप्ताह पूर्व पटना में करोना संक्रमण के महज कुछ ही मामले सामने आए थे. जबकि अब मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
सीएम की अपील का असर नहीं
प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना को लेकर गंभीर दिख रहे हैं. रोजाना मीटिंग कर संबंधित आलाधिकारियों को दिशा निर्देश भी दे रहे हैं पर नतीजा ढाक के तीन पात साबित हो रहा है. पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना रफ़्तार पकड़ने लगी है. ऐसे में आम लोगों के साथ पटना के कई इलाकों में पुलिस भी गंभीर नहीं दिख रही है. कहा जा रहा है कि अगर इन इलाकों की पुलिस गंभीर होती तो ऐसी तस्वीरें सामने नहीं आती.
नहीं रहे अलर्ट तो स्थिति होगी भयावह !
पीएम मोदी कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में चिंता व्यक्त कर चुके हैं कि राज्यों में प्रशासन इस बार जांच, टेस्टिंग में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाकर लापरवाही बरत रहे हैं. लिहाजा यह समझने की बात है कि पिछले साल की तरह स्थिति हुई तो इस बार परिणाम बहुत भयावह होगी. ईटीवी भारत की अपील है कि दो गज की दूरी मास्क पहना जरूरी है.
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