पटना: सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक (पुलिस मुख्यालय) जितेंद्र कुमार, आपदा प्रबंधन के अपर सचिव रामचंद्र डू और जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर कार्यों के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से अद्यतन जानकारी दी.
पॉजिटिव दर में लगातार कमी
सचिव, सूचना और जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि बाढ़ और कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार पूरी तत्परता से सभी आवश्यक कदम उठा रही है. वर्तमान समय में बेड की पर्याप्त व्यवस्था है, लेकिन बेड ओकुपेसी कम है. कोरोना संक्रमण की पॉजिटिव दर में लगातार कमी हो रही है. बिहार की रिकवरी रेट 91.55 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 13 प्रतिशत से अधिक है.
उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का पूरा ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 736 योजनाओं के अंतर्गत 15 करोड़ 49 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
24 घंटे में 1,678 लोग स्वस्थ
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,678 लोग स्वस्थ हुए हैं. विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,147 नए मामले सामने आये हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 13,111 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि 17 सितम्बर को 92,156 सैंपल की जांच की गई है और अब तक की गई कुल जांच की संख्या 53,99,493 है.
मास्क नहीं पहनने वाले 3,213 लोगों से फाइन
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि अनलॉक-4 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में कोई मामला दर्ज नही किया गया है और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नही हुई है. इस दौरान 280 वाहन जब्त किए गए हैं और 07 लाख 50 हजार 100 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है. इस प्रकार 1 सितंबर से अब तक 15 मामले दर्ज किए गए हैं और 58 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 8,267 वाहन जब्त किए गए हैं और 02 करोड़ 64 लाख 29 हजार रुपये की राशि जुर्माने ने के रूप में वसूल की गई है.
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क न पहनने वाले 3,213 व्यक्तियों से 01 लाख 60 हजार 650 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूली की गई है. इस प्रकार 01 सितंबर से अब तक मास्क न पहनने वाले 91,978 व्यक्तियों से 45 लाख 98 हजार 900 रूुपये की जुर्माना राशि वसूल की गई है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.
गंडक और कोसी के जलस्तर में घटने की प्रवृत्ति
सचिव जल संसाधन संजीव हंस ने बताया कि गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर 12 बजे दिन में 1,52,900 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है, इसकी प्रवृति घटने की है. गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में 6 बजे तक 24 घंटे में क्रमशः 29 सेंटीमीटर, 10 सेंटीमीटर, 09 सेंटीमीटर, 08 सेंटीमीटर, 11 सेंटीमीटर, 12 सेंटीमीटर और 07 सेंटीमीटर की कमी हुई है.
गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट में खतरे के निशान से 1.59 मीटर नीचे है. कोशी नदी के कोशी बराज, वीरपुर में 1,32,765 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है. कोशी नदी का जलस्तर बलतारा अवस्थित गेज स्थल के पास 35.32 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 33.85 मीटर से 1.47 मीटर ऊपर है.
जानिए नदियों का हाल
सोन नदी में 14,054 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है. बागमती नदी का जलस्तर कटौझा और बेनीबाद गेज स्थलों पर खतरे के निशान से 1.17 मीटर एवं 0.52 मीटर ऊपर है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास 0.10 मीटर ऊपर है और झंझारपुर रेल पुल में खतरे के निशान के बराबर है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर गेज स्थल पर खतरे के निशान से 0.84 मीटर नीचे और ढेंगराघाट गेज स्थल पर 0.69 मीटर खतरे के निशान से ऊपर है.
अधवारा नदी का जलस्तर सोनवर्षा, सुंदरपुर और पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है. बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसरा रेल पुल और खगड़िया में खतरे के निशान से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली और गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से 1.42 मीटर और 2.20 मीटर नीचे है.
लगातार रखी जा रही निगरानी
विज्ञप्ति के अनुसार मुख्य अभियंता गोपालगंज परिक्षेत्राधीन सारण तटबंध, भैसही पुरैना छरकी, बंधौली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध और बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन और मुख्य अभियंता, मुजफ्फरपुर परिक्षेत्राधीन चंपारण तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर शेष बिहार राज्य में विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित है. इसे लेकर सतत् निगरानी और चैकसी बरती जा रही है.