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काशी के संतों की मांग, बिहार के सीएम नीतीश कुमार को हज यात्रा पर लेकर जाएं मुस्लिम मंत्री

बिहार के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री के प्रवेश का मामला तूल पकड़ रहा है. अब अखिल भारतीय राष्ट्रीय संत समिति ने इस मामले में आपत्ति दर्ज कराई है.

आचार्य जितेंन्द्रानंद सरस्वती
आचार्य जितेंन्द्रानंद सरस्वती
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Published : Aug 23, 2022, 11:04 PM IST

पटना/वाराणसी : बिहार के गया में स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर (World Famous Vishnupad Temple in Gaya) में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के गर्भ गृह में प्रवेश करने पर बवाल मचा है. विवाद बढ़ने के बाद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने गर्भगृह को गंगा जल से धोया था. विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह को पावन फल्गु के जल से भी धोया गया था.

पढ़ें- विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री के प्रवेश पर बवाल.. गंगा जल से धोया गया गर्भगृह

'अहिन्दू प्रवेश का बोर्ड भी नहीं दिखा': अब इस मामले में अखिल भारतीय राष्ट्रीय संत समिति ने आपत्ति दर्ज कराई है. राष्ट्रीय संत समिति के महामंत्री आचार्य जितेंन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि गया कि बिहार के गया में स्थित विष्णुपद मंदिर में स्पष्ट तौर पर शिलापट्ट लगा है. जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा है कि गैर हिंदू श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में वर्जित है. उसके बाद भी बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ मुस्लिम मंत्री ने मंदिर के अंदर प्रवेश किया. अखिल भारतीय संत समिति कभी भी इसे स्वीकार नहीं करेगा.

''हम उन मुस्लिम मंत्री से अपेक्षा करते हैं कि वह नीतीश कुमार को हज यात्रा करवाएं. हज यात्रा में जहां पर गैर मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है, मुस्लिम मंत्री सीएम नीतीश कुमार को उस स्थान पर भी लेकर जाएं. उन्होंने कहा कि राजनीति की एक मर्यादा है और जब मर्यादा का उल्लंघन होने लगे और वह धर्म के क्षेत्र में बढ़ने लगे. ऐसे व्यक्ति का विनाश भी सुनिश्चित हो जाता है. इसलिए धर्म क्षेत्र की मर्यादाओं का पालन हर नेता को करना ही चाहिए'' -आचार्य जितेंन्द्रानंद सरस्वती

क्या है पूरा विवाद? : दरअसल, यह मामला मंगलवार का है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया स्थित विष्णुपद मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में जाकर विशेष पूजा-अर्चना की. इस दौरान उनके साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी समेत अन्य नेता भी (Muslim minister in Vishnupad Temple Gaya) मौजूद थे. अब इसे लेकर मंदिर प्रबंधन ने नाराजगी जताई है. मंदिर के प्रवेशद्वार के दोनों किनारों पर शिलापट्ट लगा हुआ है, जिस पर लिखा है कि मंदिर में अहिंदू (गैर-हिंदू) श्रद्धालुओं के प्रवेश पर (Non Hindus Banned in Vishnupad temple) रोक है.

बीजेपी ने कहा.. 'सनातन धर्म का अपमान': गैरहिंदू मंसूरी के मंदिर के गर्भगृह में जाने के मामले (Muslim minister in Vishnupad Temple Gaya) ने अब तूल पकड़ लिया है. बीजेपी ने इस मुद्दे को लपकते हुए इसे हिंदू धर्म का अपमान तक करार दे दिया. बीजेपी ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. केन्द्रीय मंत्री व बीजेपी गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा- ''जब शासक नास्तिक और हिंदू विरोधी हो जाएगा तो बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी? एक मुसलमान के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले नीतीश कुमार ने जानबूझकर मंदिर की पवित्रता को भंग किया है और सनातन का अपमान किया है.''

'मुख्यंमत्री ने हिंदुओं की भावना को आहत किया': वहीं, बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य और बीजेपी के बिस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने इसे लेकर आक्रोश जताया है. बचौल ने मंत्री के मंदिर में प्रवेश पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधर्मियों ने मंदिर को अपमानित किया. जब मंदिर में लिखा हुआ है कि गैर-हिंदू का प्रवेश वर्जित है, इसके बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदुओं की भावना को आहत किया है. इधर, बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सनातन धर्म में विश्वास करने वाले आम हिंदुओं की भावना को आहत किया है.

इसे पढे़ं- आरिफ मोहम्मद खान बोले, सार्वजनिक जीवन जीने वालों को आतंकियों से डरने की जरूरत नहीं

पटना/वाराणसी : बिहार के गया में स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर (World Famous Vishnupad Temple in Gaya) में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के गर्भ गृह में प्रवेश करने पर बवाल मचा है. विवाद बढ़ने के बाद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने गर्भगृह को गंगा जल से धोया था. विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह को पावन फल्गु के जल से भी धोया गया था.

पढ़ें- विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री के प्रवेश पर बवाल.. गंगा जल से धोया गया गर्भगृह

'अहिन्दू प्रवेश का बोर्ड भी नहीं दिखा': अब इस मामले में अखिल भारतीय राष्ट्रीय संत समिति ने आपत्ति दर्ज कराई है. राष्ट्रीय संत समिति के महामंत्री आचार्य जितेंन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि गया कि बिहार के गया में स्थित विष्णुपद मंदिर में स्पष्ट तौर पर शिलापट्ट लगा है. जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा है कि गैर हिंदू श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में वर्जित है. उसके बाद भी बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ मुस्लिम मंत्री ने मंदिर के अंदर प्रवेश किया. अखिल भारतीय संत समिति कभी भी इसे स्वीकार नहीं करेगा.

''हम उन मुस्लिम मंत्री से अपेक्षा करते हैं कि वह नीतीश कुमार को हज यात्रा करवाएं. हज यात्रा में जहां पर गैर मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है, मुस्लिम मंत्री सीएम नीतीश कुमार को उस स्थान पर भी लेकर जाएं. उन्होंने कहा कि राजनीति की एक मर्यादा है और जब मर्यादा का उल्लंघन होने लगे और वह धर्म के क्षेत्र में बढ़ने लगे. ऐसे व्यक्ति का विनाश भी सुनिश्चित हो जाता है. इसलिए धर्म क्षेत्र की मर्यादाओं का पालन हर नेता को करना ही चाहिए'' -आचार्य जितेंन्द्रानंद सरस्वती

क्या है पूरा विवाद? : दरअसल, यह मामला मंगलवार का है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया स्थित विष्णुपद मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में जाकर विशेष पूजा-अर्चना की. इस दौरान उनके साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी समेत अन्य नेता भी (Muslim minister in Vishnupad Temple Gaya) मौजूद थे. अब इसे लेकर मंदिर प्रबंधन ने नाराजगी जताई है. मंदिर के प्रवेशद्वार के दोनों किनारों पर शिलापट्ट लगा हुआ है, जिस पर लिखा है कि मंदिर में अहिंदू (गैर-हिंदू) श्रद्धालुओं के प्रवेश पर (Non Hindus Banned in Vishnupad temple) रोक है.

बीजेपी ने कहा.. 'सनातन धर्म का अपमान': गैरहिंदू मंसूरी के मंदिर के गर्भगृह में जाने के मामले (Muslim minister in Vishnupad Temple Gaya) ने अब तूल पकड़ लिया है. बीजेपी ने इस मुद्दे को लपकते हुए इसे हिंदू धर्म का अपमान तक करार दे दिया. बीजेपी ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. केन्द्रीय मंत्री व बीजेपी गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा- ''जब शासक नास्तिक और हिंदू विरोधी हो जाएगा तो बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी? एक मुसलमान के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले नीतीश कुमार ने जानबूझकर मंदिर की पवित्रता को भंग किया है और सनातन का अपमान किया है.''

'मुख्यंमत्री ने हिंदुओं की भावना को आहत किया': वहीं, बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य और बीजेपी के बिस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने इसे लेकर आक्रोश जताया है. बचौल ने मंत्री के मंदिर में प्रवेश पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधर्मियों ने मंदिर को अपमानित किया. जब मंदिर में लिखा हुआ है कि गैर-हिंदू का प्रवेश वर्जित है, इसके बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदुओं की भावना को आहत किया है. इधर, बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सनातन धर्म में विश्वास करने वाले आम हिंदुओं की भावना को आहत किया है.

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