पटना: 17 फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षा से पहले नियोजित शिक्षकों ने सरकार को धमकी दी है. अगर सरकार उनकी बात नहीं मानती है तो 17 फरवरी से अनिश्चित कालिन हड़ताल पर चले जाएंगे. नियोजित शिक्षकों की धमकी के बावजूद शिक्षा मंत्री का कहना है कि नियोजित शिक्षक ऐसी गलती कभी नहीं करेंगे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि परीक्षा में बिहार के बच्चों का भविष्य समाहित है. उन्होंने नियोजित शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि बोर्ड की परीक्षा में सरकार की मदद करें, इसमें सबकी भलाई है. शिक्षा मंत्री का कहना है कि यदि नियोजित शिक्षक हड़ताल जाएंगे तो बिहार की बदनामी होगी. नियोजित शिक्षक अपने विवेक से काम लेंगे, पुनर्विचार कर सरकार का सहयोग करेंगे.
'सुप्रीम कोर्ट में केस हार चुके हैं शिक्षक'
शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि नियोजित शिक्षकों की जायज मांग पर सरकार विचार कर रही है. नियोजित शिक्षक अपनी मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गए. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी मांग को खारिज कर दिया. हालांकि, शिक्षा मंत्री का कहना है कि सरकार को नियोजित शिक्षकों के भविष्य की चिंता है. हड़ताल पर जाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई के बारे में उन्होंने कहा कि इस तरह की नौबत ही नहीं आयेगी. शिक्षक सरकार की बात जरूर मानेंगे.
17 फरवरी से शुरू हो रही है मैट्रिक परीक्षा
बता दें कि 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा होने वाली है. इसमें लगभग 14 लाख से ऊपर बच्चे शामिल होंगे. लेकिन बोर्ड की परीक्षा के दिन ही नियोजित शिक्षक सरकार को हड़ताल पर जाने की धमकी दे चुके हैं. ऐसे में परीक्षा को लेकर शिक्षा मंत्री ने नियोजित शिक्षकों से अपील पर हड़ताल पर विचार करनी की बात कही है.