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पटना : साइंस सिटी भवन निर्माण कार्य ने पकड़ी रफ्तार, जानिए कब पूरा होगा CM नीतीश का यह ड्रीम प्रोजेक्ट

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Published : Dec 24, 2021, 8:31 PM IST

पटना स्थित प्रेमचंद रंगशाला और मोइनुल हक स्टेडियम के बीच करीब 15 एकड़ से अधिक क्षेत्र में साइंस सिटी का निर्माण (Construction Of Science City Building In Patna) करवाया जा रहा है. यह निर्माण कार्य कब तक पूरा होगा? इसको लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात की. जानिए कब पूरा होगा मुख्यमंत्री का यह ड्रीम प्रोजेक्ट...

APJ Abdul Kalam Science City
APJ अब्दुल कलाम साइंस सिटी

पटना: बिहार की राजधानी पटना के राजेंद्र नगर में मोइनुल हक स्टेडियम (Moin-ul-Haq Stadium in Patna) के पास एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी भवन का निर्माण (APJ Abdul Kalam Science City Building Construction) तेज गति से चल रहा है. भवन निर्माण विभाग द्वारा साइंस सिटी भवन का निर्माण कराया जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि यह भवन कब तक बनकर तैयार होगा और इसे तैयार करने में कितने पैसे खर्च किए जा रहे हैं. इन सभी सवालों के जवाब भवन निर्माण विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रामबाबू (Executive Engineer Rambabu) ने दी.

यह भी पढ़ें - पटना के दो छात्रों का कमाल: नींबू की रस से थर्माकोल को गलाकर बनाया स्लैब, छत से लेकर सड़क तक में हो सकता है यूज

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रामबाबू ने बताया कि साइंस सिटी भवन का सिविल वर्क 7 फीसदी से अधिक पूरा हो गया है और जून 2022 तक इसे शत-प्रतिशत पूरा कर लिया जाएगा. यह साइंस सिटी 15 एकड़ भूमि पर तैयार हो रहा है. जिसमें 30 हजार स्क्वायर मीटर में जी प्लस वन बिल्डिंग बनाया जा रहा है. इस भवन की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2019 में रखी थी और इस परियोजना की कुल लागत 400 करोड़ रुपये है.

देखें वीडियो

बता दें कि साइंस सिटी भवन में पांच दीर्घा अलग-अलग थीम पर आधारित होगी. यहां आर्यभट्ट से लेकर कलाम तक का विजन दिखेगा. जिसमें पहला विषय है बेसिक साइंस यानी कि प्रारंभिक और सामान्य विज्ञान, दूसरा विषय है टू बी ए साइंटिस्ट यानी कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण कैसे तैयार करें, तीसरा विषय स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी, चौथा सस्टेनेबल एनवायरमेंट और पांचवा बॉडी एंड माइंड है. साइंस के छात्र यहां आकर साइंस का प्रयोग भी कर सकेंगे. इस तरह की सुविधा यहां उपलब्ध करवाई जा रही है. साइंस गैलरी के लिए मॉडल डिजाइन करने का काम कनाडा के जीएसएम प्रोजेक्ट मिला है. साइंस गैलरी में अधिकांश मॉडल नेचर और तकनीकी पर आधारित होंगे.

भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता रामबाबू ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 साइंस गैलरी के अलावा बिल्डिंग में चार लर्निंग सूट होंगे जिसमें मेकर स्पेस, बिग डाटा सेंटर, किचन और जिम होगा. उन्होंने कहा कि या साइंस सिटी लोगों के बीच में विज्ञान को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के साथ-साथ युवाओं और बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित भी करेगा.

बात दें कि सांइस सिटी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के मंत्री के साथ समीक्षा बैठक भी कर चुके हैं. उन्होंने अधिकारियों को इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है. बताते चलें कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी भवन में पहली मंजिल पर एक छात्रावास बनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य है कि स्कूली बच्चे जो अध्ययन यात्रा या भ्रमण के लिए आ रहे हैं तो उनके लिए रुकने की व्यवस्था हो, ताकि उन्हें साइंस सिटी भवन घूमने में समय का अभाव ना हो और वह यहां रुक कर आसानी से विज्ञान एवं तकनीकों के बारे में समाज और जान सके.

भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव कुमार रवि ने जानकारी देते हुए बतााय कि साइंस सिटी भवन का निर्माण तेज गति से चल रहा है और दर्शकों और आगंतुकों के लिए यह भवन दिसंबर 2022 तक पूरी तरह तैयार कर खोल दिया जाएगा. साइंस सिटी के तैयार होने से बच्चों युवाओं और आगंतुकों को मॉडर्न तकनीक के माध्यम से विज्ञान और उसके प्रयोग को आसानी से समझने में काफी मदद मिलेगी.

यह भी पढ़ें - राजगीर जू सफारी को जल्द किया जाएगा शुरू: नीतीश कुमार

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पटना: बिहार की राजधानी पटना के राजेंद्र नगर में मोइनुल हक स्टेडियम (Moin-ul-Haq Stadium in Patna) के पास एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी भवन का निर्माण (APJ Abdul Kalam Science City Building Construction) तेज गति से चल रहा है. भवन निर्माण विभाग द्वारा साइंस सिटी भवन का निर्माण कराया जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि यह भवन कब तक बनकर तैयार होगा और इसे तैयार करने में कितने पैसे खर्च किए जा रहे हैं. इन सभी सवालों के जवाब भवन निर्माण विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रामबाबू (Executive Engineer Rambabu) ने दी.

यह भी पढ़ें - पटना के दो छात्रों का कमाल: नींबू की रस से थर्माकोल को गलाकर बनाया स्लैब, छत से लेकर सड़क तक में हो सकता है यूज

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रामबाबू ने बताया कि साइंस सिटी भवन का सिविल वर्क 7 फीसदी से अधिक पूरा हो गया है और जून 2022 तक इसे शत-प्रतिशत पूरा कर लिया जाएगा. यह साइंस सिटी 15 एकड़ भूमि पर तैयार हो रहा है. जिसमें 30 हजार स्क्वायर मीटर में जी प्लस वन बिल्डिंग बनाया जा रहा है. इस भवन की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2019 में रखी थी और इस परियोजना की कुल लागत 400 करोड़ रुपये है.

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बता दें कि साइंस सिटी भवन में पांच दीर्घा अलग-अलग थीम पर आधारित होगी. यहां आर्यभट्ट से लेकर कलाम तक का विजन दिखेगा. जिसमें पहला विषय है बेसिक साइंस यानी कि प्रारंभिक और सामान्य विज्ञान, दूसरा विषय है टू बी ए साइंटिस्ट यानी कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण कैसे तैयार करें, तीसरा विषय स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी, चौथा सस्टेनेबल एनवायरमेंट और पांचवा बॉडी एंड माइंड है. साइंस के छात्र यहां आकर साइंस का प्रयोग भी कर सकेंगे. इस तरह की सुविधा यहां उपलब्ध करवाई जा रही है. साइंस गैलरी के लिए मॉडल डिजाइन करने का काम कनाडा के जीएसएम प्रोजेक्ट मिला है. साइंस गैलरी में अधिकांश मॉडल नेचर और तकनीकी पर आधारित होंगे.

भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता रामबाबू ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 साइंस गैलरी के अलावा बिल्डिंग में चार लर्निंग सूट होंगे जिसमें मेकर स्पेस, बिग डाटा सेंटर, किचन और जिम होगा. उन्होंने कहा कि या साइंस सिटी लोगों के बीच में विज्ञान को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के साथ-साथ युवाओं और बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित भी करेगा.

बात दें कि सांइस सिटी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के मंत्री के साथ समीक्षा बैठक भी कर चुके हैं. उन्होंने अधिकारियों को इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है. बताते चलें कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी भवन में पहली मंजिल पर एक छात्रावास बनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य है कि स्कूली बच्चे जो अध्ययन यात्रा या भ्रमण के लिए आ रहे हैं तो उनके लिए रुकने की व्यवस्था हो, ताकि उन्हें साइंस सिटी भवन घूमने में समय का अभाव ना हो और वह यहां रुक कर आसानी से विज्ञान एवं तकनीकों के बारे में समाज और जान सके.

भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव कुमार रवि ने जानकारी देते हुए बतााय कि साइंस सिटी भवन का निर्माण तेज गति से चल रहा है और दर्शकों और आगंतुकों के लिए यह भवन दिसंबर 2022 तक पूरी तरह तैयार कर खोल दिया जाएगा. साइंस सिटी के तैयार होने से बच्चों युवाओं और आगंतुकों को मॉडर्न तकनीक के माध्यम से विज्ञान और उसके प्रयोग को आसानी से समझने में काफी मदद मिलेगी.

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