पटना: बिहार में मंगलवार को दूसरे चरण का मतदान होना है. चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही महागठबंधन खास तौर पर कांग्रेस प्रतिदिन एनडीए सरकार की खामियों को उजागर करने का काम कर रहे हैं. इसी क्रम में आज कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत व पवन खेड़ा ने एक प्रेस वार्ता की.
बिहार में चुनाव प्रचार चल रहा है और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के चेहरे को देखकर अब ऐसा लगता है कि वह थक चुके हैं और जनता भी इस बात को समझ चुकी है. 10 तारीख को उन्हें जनता रिटायर करेगी और उनकी विदाई करेगी. एनडीए के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है. इसलिए वह अब लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं और व्यक्तिगत तौर पर टिप्पणियां कर रहे हैं. जिससे साफ जाहिर होता है कि वह काफी चिंतित और परेशान हैं. 10 तारीख आने में अब अधिक समय नहीं है 10 तारीख को उनके तोते उड़ने वाले हैं: सुप्रिया श्रीनेत, कांग्रेस प्रवक्ता
सुप्रिया श्रीनेत ने छात्रों ,किसानों ,स्वास्थ्य व्यवस्था ,रोजगार सहित कई मुद्दों पर भी सरकार को दोषी ठहराया. बिहार में बेरोजगारी एक महामारी बन चुकी है. देश में सबसे अधिक बेरोजगारी बिहार में है, जब हमने इस मुद्दे को उठाया तब जाकर NDA के लोग की बात कर रहे हैं. इसके पहले उनसे से कोई लेना-देना नहीं था. 2015 के बाद से बिहार के 82% क्रय केंद्र बंद हो चुके हैं, जिसके कारण किसान कर्ज में डूबे हुए हैं.
नीतीश सरकार से सुप्रिया श्रीनेत ने पूछे ये सावल
- बिहार में अब तक औद्योगिक कॉरिडोर क्यों नहीं?
- बिहार में लोगों की आय सबसे कम क्यों?
- बिहार में मजदूर लाचार क्यों है?
- बिहार में लोगों को रोजगार क्यों नहीं मिला रहा?
- बिहार में किसानों की आय क्यों कम है?