नई दिल्ली/पटना: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बिहार से एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार किस स्तर पर प्रवासी मजदूरों के खिलाफ काम कर रही है, यह उनके आदेशों में दिखता है.
'नहीं मिली कोई सुविधा'
एमएलसी प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा कि नीतीश कुमार ने प्रवासी मजदूर को 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखने के बाद उनको रेल किराया और अन्य सुविधाएं देने का वादा किया था. लेकिन उन्हें कोई सुविधा नहीं मिली. हर दिन क्वॉरेंटाइन सेंटर से हंगामे की खबर आती है. मजदूरों को पुलिस लाठी से पीटती है.
'मीडिया पर पहले से प्रतिबंध'
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने आदेश जारी किया है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में जो भी खाने के लिए दिया जा रहा है उसे खाइए वरना कोई सुविधा नहीं दी जाएगी. मीडिया पर पहले से प्रतिबंध है कि वह क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं जा सकते हैं. बिहार सरकार लगातार गलत निर्णय ले रही है.
'मजदूर विरोधी तुगलकी फरमान'
प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा कि अब बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने नया आदेश जारी किया है. जिसमें लिखा है कि एक हजार रुपये की सहायता राशि उन्हीं प्रवासी बिहारी मजदूरों को दी जाएगी जिनका बैंक अकाउंट बिहार में हैं. सरकार इस तरह के निर्णय को तुरंत वापस ले. यह तुगलकी फरमान मजदूर विरोधी है.
'तीन महीने के राशन का इंतजाम करे सरकार'
एमएलसी ने कहा कि बिहार सरकार से आग्रह है कि मजदूरों के साथ राजनीति मत कीजिए. यह बिहार के ही लोग है जो संकट में हैं और अपने राज्य वापस आए हैं. इनकी सहायता करिए. उनके बैंक खाते में 1 हजार नहीं 7500 रुपये डालिए और उनके लिए तीन महीने के राशन का इंतजाम कीजिए.