पटना: राज्य में 15 मई तक के लिए संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है. कुछ पाबंदियों के बीच इस बार का लॉकडाउन पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा भिन्न है. लेकिन लॉक डाउन की घोषणा के बावजूद विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है.
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कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी का मानना है कि यह लॉकडाउन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या बिहार सरकार की नहीं बल्कि हाई कोर्ट के कड़े फटकार का असर है.
"आज जब बिहार सरकार को हाईकोर्ट में यह बताना था कि वे राज्य में लॉकडाउन लगाएगी या नहीं, उसके थोड़ी देर पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर 15 मई तक राज्य में लॉकडाउन लगाए जाने की जानकारी दी. जिस सरकार ने एक-एक सांस के लिए हजारों लोगों की बलि चढ़ा दी. लॉकडाउन के बाद अब एक-एक रोटी के लिए लोग तरसेंगे और भूखे मरेंगे"- असित नाथ तिवारी, कांग्रेस प्रवक्ता
परिजन का रखें ध्यान
हालांकि कांग्रेस ने लॉकडाउन का स्वागत किया है. लेकिन यह भी कहा है कि यह निर्णय लेने में सरकार ने काफी देर कर दी है. कांग्रेस नेता ने आम जनता से अपील की है कि सभी अपने परिचित, परिजन और पड़ोसियों का हाल-चाल जरूर लें और इस विकट परिस्थिति में एक दूसरे का साथ दें.
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"विपक्ष को राजनीति छोड़ कर सहयोग करना चाहिए. इस विकट परिस्थिति में राजनीति करने का कोई अर्थ नहीं है. इस निर्णय से राज्य में वर्तमान स्थिति में सुधार होने की पूरी संभावना है"- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
विपक्ष के आरोप बेबुनियाद
वहीं श्रवण कुमार ने नीतीश कुमार के इस निर्णय का स्वागत किया है. उन्होंने विपक्ष के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह वक्त एक दूसरे के साथ मिलकर आम जनता को अधिक से अधिक सुविधा पहुंचाने का है ना कि राजनीति और बयानबाजी करने का.