पटना: विपक्षी दल सदन से सड़क तक सरकार को राहत की सांस लेने का मौका नहीं देना चाहते हैं. विधानसभा में मचे घमासान के बाद गुरुवार को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में कृषि कानूनों के विरोध में धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया है. यह धरना प्रदर्शन बिहार प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर किया गया है. धरना प्रदर्शन में शामिल हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि हम सरकार का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि किसानों के पक्ष में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
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केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ रही- मदन मोहन
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर पिछले 4 महीने से किसान कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं, लेकिन केंद्र की सरकार अपने तानाशाह रवैया के कारण हठधर्मिता नहीं छोड़ रही है. मदन ने कहा कि कांग्रेस ने भी ठान लिया है, जब तक सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेगी तब तक कांग्रेस किसानों के साथ रहेगी. मदन मोहन झा ने कहा आगामी 5 अप्रैल को यही कार्यक्रम प्रखंड स्तर पर किया जाएगा.
'जिस तरह से केंद्र सरकार तानाशाह रवैया अपना रही है. उसका असर अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी पड़ने लगा है. पिछले दिनों सदन के भीतर विधायकों को जिस तरह से घसीटा गया और पीटा गया, वह घोर निंदनीय है'.- मदन मोहन झा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
सभी जिला मुख्यालयों में किया जाएगा विरोध प्रदर्शन
राजधानी पटना स्थित गर्दनीबाग इलाके में धरना प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी ने पूर्व में ही तय किया था कि राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में किसान विरोधी कृषि कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन कार्यक्रम किया जाएगा. आज के कार्यक्रम में राज्य स्तरीय नेताओं के साथ सभी जिला अध्यक्षों के सहयोग मिला.