पटना: नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी पास हो गया. इसके बाद से ही देश में विपक्ष इस बिल के खिलाफ में आंदोलन करने की तैयारी में है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि ये बिल कई सवाल छोड़ गया है.
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने जिस आधार पर इस बिल को पास कराया है. वह आधार ही गलत है. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मुसलमानों को इस बिल से बाहर कर देना उनके साथ अन्याय है.
'छुपे हुए एजेंडे को लागू कर रही है बीजेपी'
कौकब कादरी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी और जैन धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का रास्ता साफ कर दिया है. लेकिन भारत से इन इलाकों में भारी संख्या में जो मुस्लिम या मुस्लिम पंजाबी गए हैं, उनकी हालत काफी खराब है. कादरी ने कहा कि केंद्र सरकार देश में बंटवारे और असमानता वाला कानून लागू कर रही है. इससे साफ जाहिर होता है कि भारतीय जनता पार्टी अपने छुपे हुए एजेंडे को देश में लागू कर रही है.
'मुस्लिम समुदाय का मिला था समर्थन'
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बिल के विरोध में असम और उसके आस-पास के राज्यों में घटना हो रही है. असम में तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. वहां पर हिंदुओं की संख्या ज्यादा है, तो फिर वहां विरोध क्यों हो रहा है? देश में जाति और धर्म के आधार पर राजनीति हो रही है. उन्होंने कहा कि हमारे सहयोगी दलों ने भी इस बिल का विरोध किया है. लेकिन जिस तरह से जेडीयू ने इस बिल का समर्थन किया है. उससे अल्पसंख्यक समुदाय चिंतित है.