पटनाः बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. सदन में आज पथ निर्माण विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग संबंधी कई सवाल पूछे गए. सत्तापक्ष और विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा. कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (Congress MLC Premchandra Mishra) ने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री सदन में किसी भी मुद्दे पर सही जवाब नहीं देते हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि खाद की कालाबाजारी का मामला हो, या शराबबंदी में शराब मिलने का मामला, सभी पर मंत्री का गोलमोल जवाब आता है.
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'बिहार विधानसभा में सरकार के मंत्री किसी भी मुद्दे पर सही-सही जवाब नहीं देते हैं. खाद की कालाबाजारी हो या शराबबंदी का मामला, सभी पर गोलमोल जवाब मिलता है. ये नहीं कहा जाता कि अब खाद की कालाबाजारी बंद होगी, या अब बिहार के बॉर्डर से शराब नहीं आएंगे. ऐसा कोई जवाब नहीं आता है. सिर्फ और सिर्फ दावा किया जाता है. सच्चाई यह है कि राज्य में अफसरशाही बढ़ गयी है. अफसर सवालों का जवाब विभाग को जिस तरह से देते हैं, मंत्री भी इसको मान लेते हैं. इसके बावजूद ये सब गड़बड़ी क्यों हो रही है. इसका कोई जवाब नहीं देते हैं. -प्रेमचंद्र मिश्र, कांग्रेस एमएलसी
मंत्री विस्तृत तरीके से दें जवाबः प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सदन में जो भी बातें सामने आती हैं, खुलकर मंत्री ना ही उसका जवाब देते हैं, ना ऐसे मामले का संज्ञान सरकार लेती है. हम तो सत्ता पक्ष के भी सदस्यों से आग्रह करेंगे कि उन्हें भी शासन प्रशासन से जो शिकायत है, उसको सदन में एक साथ रखें. सरकार का पुरजोर विरोध करें कि आखिर किस हालात में सरकार सदन को बरगला रही है. ऐसा सदन के लिए ठीक नहीं है. सरकार जो काम सदन में कर रही है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसे में सदन के सवालों का औचित्य ही खत्म हो जाएगा. इसलिए हम सरकार से आग्रह करेंगे कि जो भी माननीय का सवाल है, उसका समय से और विस्तृत तरीके से मंत्री जवाब दें, जिससे जनता की भी भलाई हो.
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