पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच घमासान हो रहा है. वहीं, कांग्रेस ने खुलकर कह दिया है कि अवध बिहारी चौधरी विपक्ष के उम्मीदवार हैं और चुनाव मैदान से नहीं हटेंगे. कांग्रेस विधायक राजेश राम ने कहा कि सर्वसम्मति से फैसला तब होता है जब सरकार विपक्ष को भी अपना अंग माना जाता है. लेकिन सत्ता पक्ष वाले तो तो विपक्ष को कुछ भी नहीं मानते हैं.
'अवध बिहारी चौधरी चुनाव मैदान में डटे रहेंगे. विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव होकर रहेगा. विपक्ष एकजुट है और संख्या बल में हम एनडीए से बहुत कम नहीं हैं. सत्ता पक्ष के लोगों से कोई बात नहीं हुई है.'- राजेश राम, विधायक, कांग्रेस
'अभी डिप्टी स्पीकर की कोई बात ही नहीं है. हमलोग तो स्पीकर के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. एआईएमआईएम के लोग निश्चित रूप से सेकुलर गठबंधन को ही समर्थन देंगे. एआईएमआईएम के पांच विधायक चुनकर आए हैं.'- राजेश राम, विधायक, कांग्रेस
लंबे समय बाद अध्यक्ष पद का होगा चुनाव
विधानसभा अध्यक्ष पद इस बार बीजेपी के खाते में गया है और बीजेपी ने लखीसराय से विधायक विजय सिन्हा को चुनाव मैदान में उतार दिया है. वहीं, महागठबंधन ने सिवान से विधायक अवध बिहारी चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है. विपक्ष की ओर से जीत का दावा भी हो रहा है ऐसे में अब साफ लगने लगा है कि आज विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए लंबे समय के बाद चुनाव होगा.