पटना: राबड़ी देवी के आवास पर आज महागठबंधन की बैठक में कांग्रेस का कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ. हालांकि इस बैठक में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और वीआईपी के मुखिया मुकेश सहनी शामिल हुए. इसके अलावा महागठबंधन के तमाम नेता इस बैठक में शामिल हुए.
कांग्रेस की तरफ से किसी भी प्रतिनिधि का इस बैठक में नहीं पहुंचना इस बात के संकेत हैं कि लगभग कांग्रेस अब महागठबंधन से बाहर हो गई है. बस औपचारिक घोषणा बाकी है. जाहिर है कांग्रेस नेताओं ने पहले ही यह संकेत दिए थे, कि अब उनकी पार्टी बिहार में अकेले चुनाव लड़ने और अकेले ही चलने में दिलचस्पी रखती है.
कांग्रेस विधायक ने मांगा था तेजस्वी का इस्तीफा
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने तो खुलकर इस बात के संकेत दिए थे, कि हम अकेले चलेंगे. उन्होंने महागठबंधन की हार के लिए तेजस्वी यादव को जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग भी की थी. अब कांग्रेस की इस मांग और कांग्रेस नेताओं के बयानों के बाद यह साफ हो गया है, कि महागठबंधन से कांग्रेस का बाहर निकलना तय है.
बैठक में नहीं पहुंचे जीतनराम मांझी
बता दें कि 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पर आज महागठबंधन के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें मुकेश सहनी, उपेंद्र कुशवाहा, शरद यादव और हम के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. हम की तरफ से बताया गया कि जीतनराम मांझी के दांत में दर्द की शिकायत थी. वह दिल्ली में इलाजरत हैं. इसलिए वह इस बैठक में नहीं पहुंच सके.