पटना: बिहार महागठबंधन में सीटों को लेकर पेंच लगातार फंसता जा रहा है. अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि यूपी के बाद बिहार में भी अब कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा नहीं रहेगी. सीटों पर बात नहीं बनने के बाद कांग्रेस महागठबंधन से बाहर हो जाएगी.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में आज इसको लेकर अहम बैठक बुलाई गई है. खबर है कि इसमें तमाम उन दलों के नेता मौजूद रहेंगे, जो कांग्रेस के अलावा महागठबंधन का हिस्सा होंगे. हालांकि कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और अन्य कई बड़े नेता बिहार में ही हैं. बावजूद इसके वो गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होंगे.
मिली जानकारी के अनुसार गठबंधन में कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद आरजेडी 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा को 5, जीतम राम मांझी को 4, मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को 3 और वाम दलों को 2 सीटें मिलेंगी.
सीट बंटवारे को लेकर तेजस्वी यादव के ट्वीट में कांग्रेस से तल्खी साफ तौर पर देखी गई थी. तेजस्वी ने कहा था कि संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है. अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चूक हुई तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता? अगर अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की घटाने के लिए अहंकार नहीं छोड़ा तो संविधान में आस्था रखने वाले न्यायप्रिय देशवासी माफ़ नहीं करेंगे.
तेजस्वी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस में भी नाराजगी है. इससे पहले दिल्ली में 8 घंटे की मैराथन बैठक के बाद भी महागठबंधन में सीटों पर फाइनल मुहर नहीं लग पाया था. हम अध्यक्ष जीतन राम मांझी पटना लौटने के बाद अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी.