पटना: NCP चीफ शरद पवार द्वारा मोदी के साथ काम करने के प्रस्ताव को ठुकरा देने के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. विपक्षी दलों ने प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा विपक्षी दलों को सत्ता का लोभ देकर अपने साथ जोड़े रखना चाहती है. यह अब संभव नहीं है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान के बाद यह साफ हो चुका है.
कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि भाजपा खुद को गंगा के समान मानती है. जो भाजपा कल तक आरोप लगाती थी वो आज साथ में आने का प्रस्ताव दे रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा के इस बर्ताव के बाद उनकी स्थिति को अब जनता भी बेहतर समझ चुकी है.
सत्ता के भूखे नहीं शरद पवार- सदानंद सिंह
वहीं, इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह का कहना है कि शरद पवार ने साफ कर दिया कि वे अपने सिद्धांतों और मूल्यों से समझौता नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि शरद पवार भले ही कांग्रेस से अलग होकर राजनीति कर रहे हैं लेकिन आज भी उनका सिद्धांत कांग्रेस से जुड़ा हुआ है. सदानंद सिंह ने कहा कि अपने निर्णय से शरद पवार ने ये साबित कर दिया कि वो सत्ता के भूखे नहीं हैं.
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पवार ने मोदी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया
बता दें कि शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बुलाकर महाराष्ट्र में साथ काम करने का प्रस्ताव दिया है. इसके अलावा उनकी बेटी सुप्रिया सुले को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देने की बात कही थी. बावजूद इसके पवार ने प्रधानमंत्री के प्रस्ताव को ठुकरा दिया.