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जेपी पेंशन में अधिक राशि देने पर कांग्रेस का हमला, कहा- सरकार अपना रही दोहरी नीति

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Published : Aug 1, 2019, 5:54 PM IST

कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने जेपी पेंशन की राशि को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जेपी पेंशन मामले में दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है. प्रेमचंद्र मिश्रा ने आरोप लगाया कि नीतीश अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहे हैं.

प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता

पटना: कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जेपी पेंशन मामले में दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने कहा कि जेपी पेंशन के नाम पर 5 हजार और 10 हजार का पेंशन दिया जा रही है. जबकि बिहार के बुजुर्गों को महज 400 रू पेंशन से गुजारा करना पड़ रहा है.

सरकार की दोहरी नीति
जेपी पेंशन की राशि को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि एक ही राज्य में सरकार दो तरह की नीति कैसे अपना सकती है. जब वृद्धों को पेंशन देने की बात होती है तो सरकार महज उन्हें 400 रु. प्रति महीने दे रही है. सवाल पूछने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि 400 से ज्यादा पेंशन देने की क्षमता सरकार के पास नहीं है. जबकि कांग्रेस के खिलाफ लड़ने वाले जेपी आंदोलन से जुड़े लोगों को मुख्यमंत्री 5 हजार से लेकर 10 हजार प्रतिमाह पेंशन दे रहे हैं.

प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता

सरकारी खजाने का दुरुपयोग
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने सवाल उठाते हुए कहा कि जेपी पेंशनधारियों को पेंशन देने के लिए उन्हें फंड कहां से मिल रहा है? कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नीतीश अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहे हैं. वहीं इस मामले में राजद ने कहा कि अगर गलत तरीके से किसी को पेंशन दी जा रही है तो उसकी जांच होनी चाहिए.

बीजेपी का पलटवार
वहीं, बीजेपी ने कहा कि जब कांग्रेस खुद स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को पेंशन दे सकती है तो जेपी आंदोलन से जुड़े लोगों को पेंशन देने पर सवाल क्यों उठा रही है. जिस तरह स्वतंत्रता संग्राम में शामिल लोगों को पेंशन दिया जाता है उसी तरह देश के दूसरे बड़े आंदोलन में शामिल लोगों को पेंशन देकर सरकार अपना कर्तव्य पूरा कर रही है. कांग्रेस का इसमें सवाल उठाना उचित नहीं है.

पटना: कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जेपी पेंशन मामले में दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने कहा कि जेपी पेंशन के नाम पर 5 हजार और 10 हजार का पेंशन दिया जा रही है. जबकि बिहार के बुजुर्गों को महज 400 रू पेंशन से गुजारा करना पड़ रहा है.

सरकार की दोहरी नीति
जेपी पेंशन की राशि को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि एक ही राज्य में सरकार दो तरह की नीति कैसे अपना सकती है. जब वृद्धों को पेंशन देने की बात होती है तो सरकार महज उन्हें 400 रु. प्रति महीने दे रही है. सवाल पूछने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि 400 से ज्यादा पेंशन देने की क्षमता सरकार के पास नहीं है. जबकि कांग्रेस के खिलाफ लड़ने वाले जेपी आंदोलन से जुड़े लोगों को मुख्यमंत्री 5 हजार से लेकर 10 हजार प्रतिमाह पेंशन दे रहे हैं.

प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता

सरकारी खजाने का दुरुपयोग
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने सवाल उठाते हुए कहा कि जेपी पेंशनधारियों को पेंशन देने के लिए उन्हें फंड कहां से मिल रहा है? कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नीतीश अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहे हैं. वहीं इस मामले में राजद ने कहा कि अगर गलत तरीके से किसी को पेंशन दी जा रही है तो उसकी जांच होनी चाहिए.

बीजेपी का पलटवार
वहीं, बीजेपी ने कहा कि जब कांग्रेस खुद स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को पेंशन दे सकती है तो जेपी आंदोलन से जुड़े लोगों को पेंशन देने पर सवाल क्यों उठा रही है. जिस तरह स्वतंत्रता संग्राम में शामिल लोगों को पेंशन दिया जाता है उसी तरह देश के दूसरे बड़े आंदोलन में शामिल लोगों को पेंशन देकर सरकार अपना कर्तव्य पूरा कर रही है. कांग्रेस का इसमें सवाल उठाना उचित नहीं है.

Intro:कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पेंशन मामले में दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जेपी पेंशन के नाम पर 5000 और 10000 का पेंशन दे रहे हैं जबकि बिहार के वृद्ध लोगों को महज ₹400 पेंशन से गुजारा करना पड़ रहा है। एक रिपोर्ट


Body:कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने सीएम नीतीश कुमार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है। मामला जेपी पेंशन से जुड़ा है। बिहार सरकार वर्ष 2009 से ही जेपी आंदोलन में शामिल लोगों को हर महीने 5000 और ₹10000 की राशि पेंशन के रूप में देती है। पेंशन की राशि को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि आखिर सरकार दो तरह की नीति एक ही राज्य में कैसे अपना सकती है। जब वृद्धों को पेंशन देने की बात होती है तो सरकार महज उन्हें ₹400 प्रति महीने दे रही है और सवाल पूछने पर मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमारी इतनी हैसियत नहीं कि 400 से ज्यादा पेंशन दे सकें। जबकि कांग्रेस के खिलाफ लड़ने वाले जेपी आंदोलन से जुड़े लोगों को मुख्यमंत्री 5000 और ₹10000 प्रतिमाह पेंशन दे रहे हैं। इसके लिए उन्हें फंड कहां से मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश अपने करीबियों को इसका लाभ दे रहे हैं। इस मामले में राजद ने कहा कि अगर गलत तरीके से किसी को पेंशन दिया जा रहा है तो उसकी जांच होनी चाहिए। वहीं बीजेपी ने कहा है कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को पेंशन दिया तो जेपी आंदोलन से जुड़े लोगों को पेंशन देने पर सवाल क्यों उठा रहे हैं। जिस तरह स्वतंत्रता संग्राम शामिल लोगों को पेंशन दिया जाता है उसी तरह देश के दूसरे बड़े आंदोलन में शामिल लोगों को पेंशन देकर सरकार अपना कर्तव्य पूरा कर रही है और कांग्रेस का इसमें सवाल उठाना कोई उचित नहीं है।


Conclusion:प्रेमचंद मिश्रा कांग्रेस नेता (ये बाइट व्हाट्सएप पर है)
मदन शर्मा राजद नेता और जेपी पेंशनधारी
प्रेम रंजन पटेल बीजेपी नेता
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