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पटना में कंगना रनौत के खिलाफ FIR, कांग्रेस बोली- आजादी को 'भीख' बताना बर्दाश्त नहीं - Congress leader filed case against Kangana Ranaut in Patna

आजादी को 'भीख' बताने पर कांग्रेस नेताओं ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. नेताओं ने कहा कि उनका यह बयान स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है.

कंगना रनौत पर एफआईआर
कंगना रनौत पर एफआईआर
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Published : Nov 13, 2021, 10:10 PM IST

Updated : Nov 13, 2021, 10:59 PM IST

पटनाः बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Bollywood Actress Kangana Ranaut) के द्वारा 1947 में देश को 'भीख' में आजादी मिलने के बयान को लेकर हर तरफ बवाल मचा हुआ है. इस बयान से आक्रोशित विपक्ष सहित अन्य नेता कंगना से तुरंत पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस नेताओं ने अभिनेत्री के खिलाफ पटना में एफआईआर (FIR) दर्ज कराया है.

इसे भी पढ़ें- कंगना को अवार्ड देना भारत सरकार की भूल, इसे तुरंत वापस लेना चाहिए: कुशवाहा

बिहार कांग्रेस के नेताओं ने शनिवार को पटना के श्रीकृष्णपुरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया है. प्राथमिकी में नेताओं ने कंगना रनौत के बयान को असंवैधानिक बताया है और कहा है कि कंगना के खिलाफ पुलिस को भी एक्शन लेना चाहिए. कांग्रेस नेता ऋषि मिश्रा, ललन कुमास शास्वत, केदार पांडे सहित अन्य नेताओं ने प्राथमिकी दर्ज कराया है.

देखें वीडियो

कंगना के इस बयान को लेकर विधायक रहे कांग्रेस नेता ऋषि मिश्रा ने कहा कि अभिनेत्री ने अपने बयान से स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है. कंगना का यह बयान बिल्कुल गलत है. इस तरह के बयान देने वाली कंगना पर बिहार पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए.

इसे भी पढ़ें- लालू की बेटी ने कंगना को बताया 'सावरकर का वंशज', कहा- तू फर्जी झांसी की रानी

ऋषि मिश्रा ने कहा कि यह पूरा देश का अपमान है. कंगना के इस असंवैधानिक और शर्मनाक बयान को हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. अभिनेत्री से पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने के साथ ही उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए.

दरअसल, कंगना रनौत ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यूह के दौरान भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा, 'ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है.

पटनाः बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Bollywood Actress Kangana Ranaut) के द्वारा 1947 में देश को 'भीख' में आजादी मिलने के बयान को लेकर हर तरफ बवाल मचा हुआ है. इस बयान से आक्रोशित विपक्ष सहित अन्य नेता कंगना से तुरंत पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस नेताओं ने अभिनेत्री के खिलाफ पटना में एफआईआर (FIR) दर्ज कराया है.

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बिहार कांग्रेस के नेताओं ने शनिवार को पटना के श्रीकृष्णपुरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया है. प्राथमिकी में नेताओं ने कंगना रनौत के बयान को असंवैधानिक बताया है और कहा है कि कंगना के खिलाफ पुलिस को भी एक्शन लेना चाहिए. कांग्रेस नेता ऋषि मिश्रा, ललन कुमास शास्वत, केदार पांडे सहित अन्य नेताओं ने प्राथमिकी दर्ज कराया है.

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कंगना के इस बयान को लेकर विधायक रहे कांग्रेस नेता ऋषि मिश्रा ने कहा कि अभिनेत्री ने अपने बयान से स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है. कंगना का यह बयान बिल्कुल गलत है. इस तरह के बयान देने वाली कंगना पर बिहार पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए.

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ऋषि मिश्रा ने कहा कि यह पूरा देश का अपमान है. कंगना के इस असंवैधानिक और शर्मनाक बयान को हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. अभिनेत्री से पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने के साथ ही उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए.

दरअसल, कंगना रनौत ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यूह के दौरान भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा, 'ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है.

Last Updated : Nov 13, 2021, 10:59 PM IST
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