पटना: कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (congress claimed victory in bochaha seat) ने कहा है कि बिहार में कांग्रेस अब अपने बलबूते सभी चुनाव लड़ेगी और लड़ भी रही है. उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन अब भूतकाल की बात हो गई है. अब हम राजद से अलग होकर मैदान में अकेले आ चुके हैं. बिहार के एमएलसी चुनाव में कांग्रेस ने 16 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया है और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन कर रही है. लगातार कांग्रेस के नेता क्षेत्र में प्रचार भी कर रहे हैं.
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चुनावों में कांग्रेस की जीत का दावा: प्रेमचंद्र मिश्रा (prem chandra mishra on bochaha seat) ने कहा कि उम्मीद है कि इस बार विधान परिषद में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलेगी, क्योंकि हमारे परिषद चुनाव के उम्मीदवार को जनप्रतिनिधि का सभी जगह समर्थन मिल रहा है. मैं भी कई जगहों पर जाकर जनप्रतिनिधि से मिल चुका हूं. कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट देने की अपील की है. उम्मीद है कि कांग्रेस की विचारधारा को मानने वाले जनप्रतिनिधि हमको वोट करेंगे. कांग्रेस बिहार में किस तरह मजबूत हो इसको लेकर भी मंथन चल रहा है. अभी बोचहां उपचुनाव में हमने युवा उम्मीदवार को टिकट दिया है.
"बड़ी मुस्तैदी से कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता प्रत्याशी को मदद करने के लिए बोचहां में कैम्प किए हुए हैं. परिणाम चाहे कुछ भी हो उसके बारे में कुछ नहीं कह सकते. लेकिन अब ये तय हो चुका है कि बिहार में कांग्रेस अकेले मैदान में रहेगी और हमारी विचारधारा को मानने वाले जो लोग है वो जरूर हमारे साथ आएंगे. इस बार एमएलसी चुनाव में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलेगी और बोचहां उपचुनाव में भी हमारी मजबूत उपस्थिति दर्ज होगी."- प्रेम चंद्र मिश्रा, कांग्रेस विधान पार्षद
तरुण चौधरी को कांग्रेस ने बोचहां से बनाया है प्रत्याशी: बिहार विधानसभा की बोचहां सीट (Bihar Assembly Bochahan Seat) पर होने वाले उपचुनाव को लेकर लगातार सरगर्मियां बढ़ती जा रही है. बीजेपी, राजद और वीआईपी के बाद अब कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार को मैदान में उतार (Congress Candidate On Bochahan Seat) दिया है. तरुण चौधरी को कांग्रेस ने बोचहां विधानसभा के उपचुनाव (Bochahan Assembly By-Election) में उम्मीदवार बनाया है. तरुण चौधरी का भले ही कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं हो, लेकिन युवाओं की एक अच्छी खासी टोली में पकड़ रखने वाले माने जा रहे हैं. 12 अप्रैल को मतदान होना है, जबकि 16 अप्रैल को मतगणना होगी.
मुसाफिर पासवान के निधन से खाली हुई थी सीट: बता दें कि बोचहां विधानसभा क्षेत्र के विधायक मुसाफिर पासवान का निधन 24 नवंबर को हो गया था. नई दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. वे कई महीनों से बीमार चल रहे थे. बोचहां विधानसभा का उन्होंने दो बार प्रतिनिधित्व किया था. गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में यह सीट गठबंधन में वीआईपी काे मिली थी. मुसाफिर पासवान विधायक बने थे. उनके निधन से यह सीट खाली हुई थी. लेकिन पारंपरिक सीट होने के चलते बीजेपी ने अपनी प्रदेश महामंत्री बेबी देवी को बोचहां सीट पर उम्मीदवार बना दिया. वहीं आरजेडी ने मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान को वहां से उम्मीदवार बनाया है. जबकि मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने रमई राम की बेटी पर दांव लगाया है.
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