पटना: बिहार में शेल्टर होम मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की पांच लड़कियां मोकामा शेल्टर होम से फरार हो गई. इस घटना के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस विधानपार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि सरकार सोची-समझी रणनीति के तहत साक्ष्य मिटाने का काम कर रही है.
सीबीआई जांच के क्रम में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की बालिकाओं को अलग-अलग जगहों पर शिफ्ट किया गया था. लेकिन, कुछ लड़कियां गायब हो गई तो कुछ फरार हो रही हैं. मोकामा शेल्टर होम से सात लड़कियां फरार हो गई, जिसमें पांच मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की बताई जा रही है.
सरकार पर गवाहों को मिटाने का आरोप
इस मामले पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि सरकार सोची-समझी रणनीति के तहत साक्ष्य मिटाने का काम कर रही है. कहीं से लड़कियां गायब हो रही है तो कहीं से फरार हो रही हैं, जो लोग मामले में गवाह थे उसे मिटाया जा रहा है.
SC के फटकार के बाद भी नहीं हो रहा सुधार
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फटकार के बाद भी सरकार के रवैया में सुधार नहीं है. मोकामा की घटना एक बार फिर सरकार के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है.
मामले के दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि सरकार न किसी को बचाती है न किसी को फंसाती है. मोकामा शेल्टर होम मामले में जो कोई दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और जांच के बाद उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.