पटना: राजधानी पटना के जगजीवन राम संस्थान (Jagjivan Ram Sansthan Of Patna) में आज बिहार आयुर्वेद डॉक्टरों के सम्मेलन (Bihar Ayurveda Doctors Conference) का आयोजन किया गया. जिसमें बिहार भर के आयुर्वेद डॉक्टर मौजूद रहे. इस दौरान आयुर्वेद डॉक्टरों ने सरकार से कई मांग की. इस अधिवेशन में बिहार के कई आयुर्वेद कॉलेज के डॉक्टर के आलावे बिहार सरकार में कार्यरत आयुष चिकित्सकों ने भी अपनी राय रखी. इस अधिवेशन में मुख्य रूप से विभिन्न जिलों से आए आयुष चिकित्सकों ने अपनी समस्याएं रखी और आयुर्वेद सम्मेलन से मांग किया कि इन समस्याओं का समाधान निकाला जाए.
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पटना में बिहार के आयुर्वेद डॉक्टरों का सम्मेलन : बिहार के आयुर्वेद डॉक्टरों के सम्मेलन में मौके पर मौजूद बिहार राज्य आयुर्वेद सम्मेलन के अध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि बिहार में सबसे पहले आयुष चिकित्सकों की बहाली होनी है जो 3000 से ज्यादा हैं. हम सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द आयुष चिकित्सकों की बहाली की जाए. साथ ही सभी जिलों में औषधालय बनाया जाए. बिहार में अभी सिर्फ 26 ऐसे जिले हैं, जहां आयुर्वेद के औषधालय हैं. बाकी 12 जिलों में भी आयुर्वेद औषधालय सरकार के द्वारा बनाने की मांग हम लोग कर रहे हैं.
'बिहार सरकार लगातार आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली को अपनाने की बात करती है. लेकिन अभी भी आयुष चिकित्सकों की संख्या बहुत कम है. यही कारण है कि बिहार के सभी अस्पतालों में आयुर्वेद चिकित्सकों की कमी है. मैं मांग करता हूं कि सभी जिलों में आयुर्वेदिक औषधालय तो हो ही, उसके साथ-साथ सभी जिलों में सरकार आयुर्वेद की दवा खरीद के लिए पर्याप्त फंड दे और लोगों को जागरूक करें. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ ले सकें. इसको लेकर जरूरी है कि सरकार इस पर ध्यान दें. कई मांगे हम लोगों ने इस अधिवेशन के जरिए सरकार तक पहुंचाया है. हमें उम्मीद है कि जल्द से जल्द बिहार में आयुष चिकित्सकों की बहाली होगी और सभी जिलों में आयुर्वेद औषधालय खोले जाएंगे.' - वैद्य अरुण कुमार, अध्यक्ष, बिहार आयुर्वेद सम्मेलन