पटना: राजधानी स्थित प्रेस क्लब में वरिष्ठ पत्रकार एसए शाद के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया. जहां तमाम पत्रकार, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार और पूर्व मंत्री संजय पासवान मौजूद रहे. सभी लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
इंजीनियरिंग छोड़ पत्रकारिता से जुड़े
वरिष्ठ पत्रकार एसए शाद का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. उन्होंने अंग्रेजी अखबार से अपनी पत्रकारिता की शुरुआत की थी. बाद में उन्होंने हिन्दी की पत्रकारिता करने का निर्णय लिया और पटना आ गए. मूल रूप से भागलपुर निवासी शाद टेक्सटाइल इंजीनियर थे. इंजीनियरिंग में बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें गोल्ड मेडल से भी नवाजा गया था. बाद के दिनों में उन्होंने इंजीनियरिंग के पेशे को छोड़ पत्रकारिता से जुड़ने का फैसला किया.
पैतृक घर में किया गया अंतिम संस्कार
पत्रकारिता की सेवा करते हुए एसए शाद एमबीए की पढ़ाई भी कर रहे थे. हाल ही में उन्होंने ललित नारायण मिश्रा संस्थान से एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी. इस दौरान उन्हें कैंसर जैसी बीमारी ने दबोच लिया. पहले दिल्ली और बाद में महावीर कैंसर संस्थान में उनका इलाज हुआ. जहां 20 मई को उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक घर भागलपुर में किया गया.
'स्मारक बनाने का लिया जाएगा निर्णय'
शोक सभा में मौजूद सूचना और प्रसारण मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि अगर आप लोग प्रस्ताव देते हैं तो इनकी याद में स्मारक बनाने का निर्णय लिया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि काफी चुनौतियों के साथ-साथ अच्छा मुकाम हासिल किया था. उन्होंने पत्रकारिता जगत के लिए एक मिसाल भी कायम की थी.