पटना: देश के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राध्यापक और अध्यापकों को नई तकनीक से जोड़ने और नए-नए आविष्कार, शोध से रूबरू कराने को लेकर भारत सरकार सीएमई कार्यक्रम चला रही है. इस कार्यक्रम के दौरान बिहार के पटना स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग के 30 शिक्षकों का चयन किया गया है. जिसको 8 राज्यों से आई डॉक्टरों की टीम को प्रशिक्षण देने के साथ ही इनको नई तकनीक से भी अपडेट कराया जाएगा.
कई डॉक्टरों को टीम में किया गया शामिल
जानकारी के अनुसार ख्याति प्राप्त आयुर्वेद के चिकित्सक प्रोफेसर यूएस निगम, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद जयपुर के डॉक्टर एसके खंडेलवाल, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद जयपुर से रामाकांत यादव, प्राध्यापक अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान नई दिल्ली, बीएचयू वाराणसी के प्रसाद दास, आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय के प्राचार्य चतुर्वेदी सहित कई डॉक्टरों को टीम में शामिल किया गया है. बताया जाता है कि 8 राज्यों से आई डॉक्टरों की टीम चयनित डॉक्टरों को प्रशिक्षण देने का काम करेगी.
नई तकनीक से अपडेट करने की कोशिश
छात्रों को दी जाने वाली जानकारी और मेडिसिन विभाग को अपडेट करते हुए नई-नई तकनीकों से जोड़ने को लेकर सीएमई कार्यक्रम देश के सभी राज्यों के आयुर्वेदिक कॉलेजों में चलाया जा रहा है. ऐसे में बिहार के सबसे बड़े आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में 8 राज्यों से आए हुए प्रतिनिधि चयनित डॉक्टरों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. मेडिसिन विभाग में छात्रों की पढ़ाई व्यवस्था, लैब, लाइब्रेरी इत्यादि तमाम बातों को बिंदुवार समीक्षा करके, उन्हें नए-नए तकनीक से अपडेट करने की तैयारी चल रही है. नए-नए आविष्कार, शोध और छात्रों को पढ़ाने के लिए नए तकनीक के बारे में सभी प्राध्यापकों को बताया जा रहा है.