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पटना: आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में CME कार्यक्रम का आयोजन, अब नई तकनीक से लैस होगा अस्पताल

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Published : Sep 23, 2019, 4:48 PM IST

पटना के आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में सीएमई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के माध्यम से कॉलेजों के प्राध्यापक, अध्यापकों को नई तकनीक से जोड़ने और नए-नए आविष्कार, शोध के बारे में जानकारी दी जा रही है.

Patna

पटना: देश के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राध्यापक और अध्यापकों को नई तकनीक से जोड़ने और नए-नए आविष्कार, शोध से रूबरू कराने को लेकर भारत सरकार सीएमई कार्यक्रम चला रही है. इस कार्यक्रम के दौरान बिहार के पटना स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग के 30 शिक्षकों का चयन किया गया है. जिसको 8 राज्यों से आई डॉक्टरों की टीम को प्रशिक्षण देने के साथ ही इनको नई तकनीक से भी अपडेट कराया जाएगा.

patna
प्रशिक्षण लेते डॉक्टर

कई डॉक्टरों को टीम में किया गया शामिल
जानकारी के अनुसार ख्याति प्राप्त आयुर्वेद के चिकित्सक प्रोफेसर यूएस निगम, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद जयपुर के डॉक्टर एसके खंडेलवाल, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद जयपुर से रामाकांत यादव, प्राध्यापक अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान नई दिल्ली, बीएचयू वाराणसी के प्रसाद दास, आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय के प्राचार्य चतुर्वेदी सहित कई डॉक्टरों को टीम में शामिल किया गया है. बताया जाता है कि 8 राज्यों से आई डॉक्टरों की टीम चयनित डॉक्टरों को प्रशिक्षण देने का काम करेगी.

सीएमई कार्यक्रम का हुआ आयोजन

नई तकनीक से अपडेट करने की कोशिश
छात्रों को दी जाने वाली जानकारी और मेडिसिन विभाग को अपडेट करते हुए नई-नई तकनीकों से जोड़ने को लेकर सीएमई कार्यक्रम देश के सभी राज्यों के आयुर्वेदिक कॉलेजों में चलाया जा रहा है. ऐसे में बिहार के सबसे बड़े आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में 8 राज्यों से आए हुए प्रतिनिधि चयनित डॉक्टरों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. मेडिसिन विभाग में छात्रों की पढ़ाई व्यवस्था, लैब, लाइब्रेरी इत्यादि तमाम बातों को बिंदुवार समीक्षा करके, उन्हें नए-नए तकनीक से अपडेट करने की तैयारी चल रही है. नए-नए आविष्कार, शोध और छात्रों को पढ़ाने के लिए नए तकनीक के बारे में सभी प्राध्यापकों को बताया जा रहा है.

पटना: देश के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राध्यापक और अध्यापकों को नई तकनीक से जोड़ने और नए-नए आविष्कार, शोध से रूबरू कराने को लेकर भारत सरकार सीएमई कार्यक्रम चला रही है. इस कार्यक्रम के दौरान बिहार के पटना स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग के 30 शिक्षकों का चयन किया गया है. जिसको 8 राज्यों से आई डॉक्टरों की टीम को प्रशिक्षण देने के साथ ही इनको नई तकनीक से भी अपडेट कराया जाएगा.

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प्रशिक्षण लेते डॉक्टर

कई डॉक्टरों को टीम में किया गया शामिल
जानकारी के अनुसार ख्याति प्राप्त आयुर्वेद के चिकित्सक प्रोफेसर यूएस निगम, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद जयपुर के डॉक्टर एसके खंडेलवाल, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद जयपुर से रामाकांत यादव, प्राध्यापक अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान नई दिल्ली, बीएचयू वाराणसी के प्रसाद दास, आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय के प्राचार्य चतुर्वेदी सहित कई डॉक्टरों को टीम में शामिल किया गया है. बताया जाता है कि 8 राज्यों से आई डॉक्टरों की टीम चयनित डॉक्टरों को प्रशिक्षण देने का काम करेगी.

सीएमई कार्यक्रम का हुआ आयोजन

नई तकनीक से अपडेट करने की कोशिश
छात्रों को दी जाने वाली जानकारी और मेडिसिन विभाग को अपडेट करते हुए नई-नई तकनीकों से जोड़ने को लेकर सीएमई कार्यक्रम देश के सभी राज्यों के आयुर्वेदिक कॉलेजों में चलाया जा रहा है. ऐसे में बिहार के सबसे बड़े आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में 8 राज्यों से आए हुए प्रतिनिधि चयनित डॉक्टरों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. मेडिसिन विभाग में छात्रों की पढ़ाई व्यवस्था, लैब, लाइब्रेरी इत्यादि तमाम बातों को बिंदुवार समीक्षा करके, उन्हें नए-नए तकनीक से अपडेट करने की तैयारी चल रही है. नए-नए आविष्कार, शोध और छात्रों को पढ़ाने के लिए नए तकनीक के बारे में सभी प्राध्यापकों को बताया जा रहा है.

Intro:आयुर्वेदिक कॉलेजों के मेडिसिन विभाग के शिक्षकों को आयुष मंत्रालय कर रहा है प्रशिक्षित,
नए आविष्कार और नए तकनीक के साथ जुड़ेंगे आयुर्वेद कॉलेज के मेडिसिन विभाग के अध्यापक


Body:देश के तमाम आयुर्वेदिक कॉलेजों में आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सभी मेडिसिन विभाग के प्राध्यापक, अध्यापकों को नई तकनीक से जोड़ने एवं नए-नए आविष्कार, शोध, रिसर्च से रूबरू कराने को लेकर भारत सरकार ने सभी राज्यों में सीएमई कार्यक्रम चला रही है, इस कार्यक्रम के दौरान बिहार के आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग के 30 शिक्षकों का चयन किया गया है, जिसमें 8 राज्यों के आयुर्वेदिक कॉलेजों से बनी टीम को कॉलेज में जाकर प्रशिक्षण करना है, ऐसे में आज बिहार के सबसे बड़े आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल पटना में सीएमई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और इसके अंतर्गत 30 अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जानकारी के मुताबिक ख्याति प्राप्त आयुर्वेद के चिकित्सक प्रोफेसर यूएस निगम भूतपूर्व प्राचार्य राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज उज्जैन उत्तर प्रदेश, प्राचार्य एवं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद जयपुर के डॉक्टर एस के खंडेलवाल, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद जयपुर रामाकांत यादव ,प्राध्यापक अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान नई दिल्ली बीएचयू वाराणसी के प्रसाद दास, आयुर्वेद महाविद्यालय पुरी उड़ीसा एवं डॉ केके द्विवेदी वाराणसी उत्तर प्रदेश तथा राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय पटना के के शर्मा एवं सुजीत कुमार राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय के प्राचार्य चतुर्वेदी आदि को टीम में शामिल किया गया है
जो आयुर्वेदिक कॉलेज पटना के मेडिसिन विभाग के शिक्षकों को अपडेट करेंगे


Conclusion:छात्रों को दी जाने वाली जानकारी और मेडिसिन विभाग को अपडेट करते हुए नई-नई तकनीकों से जोड़ने का कार्यक्रम सीएमई देश के सभी राज्यों में आयुर्वेदिक कॉलेजों में कराया जा रहा है, ऐसे में बिहार के सबसे बड़े आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में 8 राज्यों से आए हुए प्रतिनिधि इसे प्रशिक्षण दे रहे हैं, मेडिसिन विभाग में छात्रों की पढ़ाई व्यवस्था, लैब, लाइब्रेरी इत्यादि तमाम बातों को बिंदुवार समीक्षा करके उन्हें नए नए तकनीक से जोड़ने अपडेट करने की तैयारी चल रही है, नए-नए आविष्कार शोध रिसर्च के बारे में और छात्रों को पढ़ाने के लिए नए तकनीक के बारे में सभी प्राध्यापकों को बताया जा रहा है


बाईट-प्रो.दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल
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