पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा सत्र के दौरान संकेत दिया है कि अप्रैल नहीं तो मई में एक बार फिर से जनता दरबार की शुरुआत होगी. मुख्यमंत्री ने बातचीत में कहा कि आम लोगों का टीकाकरण शुरू हो जाएगा, इसका हम इंतजार कर रहे हैं. उसके बाद जनता दरबार पहले की तरह सोमवार को लगाएंगे.
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पहले की ही तरह लगेगा जनता दरबार
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के अपने चेंबर में पत्रकारों से बात करते हुए साफ संकेत दिया कि जनता दरबार पहले की तरह ही लगेगा. हर सोमवार को अलग-अलग विभागों के लिए पहले जिस प्रकार से कार्यक्रम होते थे, उसी प्रकार से होंगे. शिकायतें सुनी जाएगी और तुरंत उसका समाधान होगा. जनता दरबार के लिए मुख्यमंत्री संवाद परिसर में तैयारी भी शुरू हो गई है.
2005 में शुरू हुआ था जनता दरबार
2005 में बिहार की कुर्सी संभालने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार की शुरुआत की थी. लेकिन लोक शिकायत अधिकार निवारण कानून आने के बाद जनता दरबार का कार्यक्रम बंद हो गया. लोक संवाद का कार्यक्रम जरूर मुख्यमंत्री ने शुरू किया, लेकिन वह भी अब बंद है. इस बार विधानसभा चुनाव में जदयू का परफॉर्मेंस बहुत अच्छा नहीं रहा है.
नीतीश कुमार को फीडबैक मिलता रहा है कि लोगों से उनकी दूरियां बढ़ रही है. विधानसभा चुनाव में जो रिजल्ट आया, उसका यह एक बड़ा कारण माना जा रहा है. इसलिए नीतीश कुमार एक बार फिर से जनता दरबार के माध्यम से जनता से जुड़ने की कोशिश करेंगे.
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सुबह से शाम तक चलती थी बैठक
जनता दरबार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुबह से शाम तक बैठकर समस्याओं को सुनते थे. कई विभागों के मंत्री भी जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मौजूद रहते थे. अब एक बार फिर से कोरोना वैक्सीन आम लोगों को लगाए जाने के बाद सिलसिला शुरू होगा.