ETV Bharat / state

बाढ़ से नुकसान का आकलन कर 3 दिन में रिपोर्ट दें डीएम, CM नीतीश ने हाईलेवल बैठक में दिए निर्देश - CM Nitish aerial survey

बिहार के अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का सीएम नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों से राहत बचाव कार्य की रिपोर्ट ली. पढ़ें पूरी खबर...

nitish kumar
nitish kumar
author img

By

Published : Oct 5, 2021, 7:58 PM IST

Updated : Oct 5, 2021, 10:50 PM IST

पटना: चक्रवात गुलाब (Cyclone Gulab) के चलते बिहार में आई बाढ़ के बाद सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद उन्होंने राजधानी लौटकर बाढ़ प्रभावित सभी 11 जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर समीक्षा की. बैठक में नवादा, नालंदा, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज एवं छपरा जिले के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े थे. मुख्यमंत्री ने सभी डीएम को तीन दिन में फसल क्षति का आकलन कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.

इसे भी पढ़ें- CM नीतीश ने पत्रकारों से कहा- कोरोना से मौत की जानकारी हो तो दें, सरकार परिजनों को देगी 4 लाख

मुख्यमंत्री ने फौरन सभी जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राहत एवं सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा है कि सभी प्रभावितों तक मदद पहुंचानी है, कोई भी वंचित न रहे इसका प्रशासन ख्याल रखे. तीन दिनों के अंदर सभी जिलाधिकारी पहले फसल क्षति के आकलन के साथ-साथ हाल के दिनों में बारिश से फसलों की क्षति का भी आकलन रिपोर्ट पेश करें. प्रभावित लोगों से प्रशासन संपर्क बनाए रखे. उनके सुझावों पर भी गौर करें. सभी प्रभावित लोगों को पूरी संवेदनशीलता के साथ मदद करनी है.

यही नहीं सीएम ने कहा कि बचे हुए बाढ़ प्रभावित लोगों में जीआर राशि का वितरण शीघ्र करें. बाढ़ के दौरान जो सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं हैं उनकी शीघ्र मरम्मत कराएं. इसके साथ ही पुलों और सड़कों को हुई क्षति का आकलन भी कराएं.

समीक्षा के दौरान नवादा, नालंदा, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवडर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज एवं छपरा जिले के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में प्रभावित जनसंख्या की स्थिति, कम्युनिटी किचेन, बाढ़ राहत शिविर, पशु राहत शिविर, सड़क क्षति, फसल क्षति तथा बाढ़ से बचाव एवं किये जा रहे राहत कार्यों की जानकारी दी.

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, कृषि विभाग के सचिव एन० सरवन कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार मौजूद थे. जबकि, वीडियो कॉन्फोसिंग के माध्यम से संबंधित जिलों के प्रमंडलीय आयुक्त, 11 जिलों के जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक जुड़े हुये थे.

इसे भी पढ़ें- नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ने पर बोले मंत्री- अलर्ट पर है आपदा विभाग, फिलहाल स्थिति भयावह नहीं

पटना: चक्रवात गुलाब (Cyclone Gulab) के चलते बिहार में आई बाढ़ के बाद सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद उन्होंने राजधानी लौटकर बाढ़ प्रभावित सभी 11 जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर समीक्षा की. बैठक में नवादा, नालंदा, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज एवं छपरा जिले के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े थे. मुख्यमंत्री ने सभी डीएम को तीन दिन में फसल क्षति का आकलन कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.

इसे भी पढ़ें- CM नीतीश ने पत्रकारों से कहा- कोरोना से मौत की जानकारी हो तो दें, सरकार परिजनों को देगी 4 लाख

मुख्यमंत्री ने फौरन सभी जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राहत एवं सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा है कि सभी प्रभावितों तक मदद पहुंचानी है, कोई भी वंचित न रहे इसका प्रशासन ख्याल रखे. तीन दिनों के अंदर सभी जिलाधिकारी पहले फसल क्षति के आकलन के साथ-साथ हाल के दिनों में बारिश से फसलों की क्षति का भी आकलन रिपोर्ट पेश करें. प्रभावित लोगों से प्रशासन संपर्क बनाए रखे. उनके सुझावों पर भी गौर करें. सभी प्रभावित लोगों को पूरी संवेदनशीलता के साथ मदद करनी है.

यही नहीं सीएम ने कहा कि बचे हुए बाढ़ प्रभावित लोगों में जीआर राशि का वितरण शीघ्र करें. बाढ़ के दौरान जो सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं हैं उनकी शीघ्र मरम्मत कराएं. इसके साथ ही पुलों और सड़कों को हुई क्षति का आकलन भी कराएं.

समीक्षा के दौरान नवादा, नालंदा, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवडर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज एवं छपरा जिले के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में प्रभावित जनसंख्या की स्थिति, कम्युनिटी किचेन, बाढ़ राहत शिविर, पशु राहत शिविर, सड़क क्षति, फसल क्षति तथा बाढ़ से बचाव एवं किये जा रहे राहत कार्यों की जानकारी दी.

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, कृषि विभाग के सचिव एन० सरवन कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार मौजूद थे. जबकि, वीडियो कॉन्फोसिंग के माध्यम से संबंधित जिलों के प्रमंडलीय आयुक्त, 11 जिलों के जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक जुड़े हुये थे.

इसे भी पढ़ें- नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ने पर बोले मंत्री- अलर्ट पर है आपदा विभाग, फिलहाल स्थिति भयावह नहीं

Last Updated : Oct 5, 2021, 10:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.