पटना: सीएम नीतीश ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर कोरोना मानवता को प्रकृति का संदेश विषय पर आयोजित वेबीनार को संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 जून ऐतिहासिक दिन है. विश्व पर्यावरण दिवस के साथ-साथ इस दिन को संपूर्ण क्रांति दिवस और कबीर जयंती के रूप में भी मनाया जाता है. सीएम ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की संपूर्ण क्रांति और लोहिया जी की सप्त क्रांति में पर्यावरण का विशेष महत्व है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड से बंटवारे के बाद बिहार का हरित आवरण 9% रह गया था. वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत की गई और 24 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया, जिसमें 22 करोड़ से ज्यादा वृक्षारोपण किया गया. अब राज्य का हरित आवरण 15% हो गया है और 17% हरित आवरण प्राप्त करने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है.
CM के संबोधन की बड़ी बातें
मुख्यमंत्री ने कहा 9 अगस्त को पृथ्वी दिवस के दिन 2 करोड़ 51 लाख पौधे लगाए जाएंगे. सभी लोगों की सहभागिता से यह काम होगा.- मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की बिगड़ती स्थिति पर विचार के लिए 13 जुलाई को 8 घंटे से ज्यादा वक्त तक सर्वदलीय बैठक में पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिए जल जीवन हरियाली अभियान चलाने का निर्णय लिया गया.
- जल जीवन हरियाली अभियान का मतलब है जल और हरियाली के बीच जीवन है. जल और हरियाली है तभी जीवन है. इस अभियान के अंतर्गत 11 सूत्री कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
- जल जीवन हरियाली कार्यक्रम की तारीफ बिल गेट्स ने की थी, उन्हें आश्चर्य हुआ था कि बिहार पर्यावरण संरक्षण के प्रति इतना गंभीर है.
- मुख्यमंत्री ने कहा गंगा नदी के पानी को अपलिफ्ट कर राजगीर, बोधगया, गया और नवादा में स्टोर किया जाएगा और उसे शुद्ध कर पेयजल के रूप में घरों में आपूर्ति की जाएगी.
- मौसम के अनुकूल फसल चक्र अपनाया गया है, बिहार के सभी जिलों में इसे अपनाया जा रहा है. फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कार्य किए जा रहे हैं, लोगों को फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
- मुख्यमंत्री ने कहा बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का लक्ष्य है. तालाब, पोखर के चारो तरफ सघन वृक्षारोपण कराया जा रहा है. साथ ही सड़कों के दोनों तरफ भी कई कतारों में पेड़ लगाए जा रहे हैं.
जेनेटिकली मॉडिफाइड क्रॉप्स को रोकने पर विचार किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1917 में पश्चिम चंपारण सत्याग्रह हुआ था, वर्ष 2017 में चंपारण सत्याग्रह के 100 साल को शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया गया. बापू के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. देश के कोने-कोने से आए गांधी वादियों को सम्मानित किया गया था. अब लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के बापू आपके द्वार कैम्पैन को विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान के माध्यम से लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है. जेनेटिकली मॉडिफाइड क्रॉप्स को रोकना चाहिए इस पर विचार किया जाए.