पटना: राजधानी पटना में जनता दरबार (Janata Darbar) में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कहा कि बिहार में बाढ़ से राहत को लेकर कहा कि जहां-जहां हम गए वहां के डीएम से तो हमने बात की. लेकिन बाकी जगहों पर भी हमने सभी अधिकारियों को कह दिया है कि अन्य सभी डीएम से बात कर लें. किसी भी जिले में राहत को लेकर कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए.
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''कहां कितना नुकसान हुआ है इसकी रिपोर्ट कम समय में दीजिए. 12 अक्टूबर तक ये काम पूरा कर लीजिए. नुकसान को लेकर जो भी देना पड़ेगा राज्य सरकार उसके लिए करेगी और केंद्र सरकार के सामने अपनी मांग भी रखेगी. हम सभी के लिए कोई ना कोई इंतजाम करेंगे, कहीं कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. जो भी गांव प्रभावित हुए हैं, उनकी तो मदद कर ही रहे हैं, लेकिन जिनकी फसल प्रभावित हुई है, उनको जो भी मदद देनी है वो भी करेंगे.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
दरअसल, बीते दिनों बिहार सहित झारखंड में हुई लगातार बारिश के कारण बिहार की कई नदियां उफान पर थी. आलम ये था कि नालंदा, नवादा सहित सीमांचल के कई जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ का आलम था. बिहार के सकरी और पंचाने नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि के कारण कई गांव डूब गए थे, जिनका खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पैदल जाकर निरीक्षण भी किया था.
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बता दें कि राज्य के 26 जिलों की 20 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य के 26 जिलों के 86 प्रखंडों की कुल 570 पंचायतें बाढ़ से आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित हैं. वहां की 20 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है.