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उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ संपन्न, CM नीतीश ने पटना में दिया भगवान भास्कर को अर्घ्य

लोक आस्था का महापर्व छठ (chhath puja 2022) आज धूमधाम के साथ सम्पन्न हो गया. आज श्रद्धालुओं ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर सुख-शांति और समृद्धि की कामना की. तमाम मंत्री और विधायक भी अपने-अपने सरकारी आवासों पर छठ मनाते दिखे. पढ़ें पूरी खबर...

सीएम नीतीश और मंत्री अशोक चौधरी
सीएम नीतीश और मंत्री अशोक चौधरी
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Published : Oct 31, 2022, 8:04 AM IST

पटना: चार दिवसीय छठ महापर्व (Chhath Puja 2022) का आज समापन हो गया. इस दौरान पूरे देश में छठ की धूम रही. बिहार सहित उत्तर भारत और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से भी छठ मनाने की तस्वीरें सामने आई. इस मौके पर आम से लेकर खास सभी काफी उत्साहित दिखे. बिहार में छठ महापर्व के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.

ये भी पढ़ें- Chhath Puja: उदयीमान भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य आज, यहां जानें सूर्योदय का समय

नेताओं ने भी मनाया छठ पर्व : बिहार में छठ के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छठ के रंग नें रंगे नजर आए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने 7 सर्कुलर रोड स्थ्ति आवास पर छठ पर्व मनाते हुए दिखे. वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने पोलो रोड स्थित सरकारी आवास पर छठ पर्व का आयोजन किया था. अशोक चौधरी की पत्नी अनिता चौधरी ने छठ व्रत किया था. मंत्री ने छठ के लिए सरकारी आवास में तालाब का निर्माण करवाया था. जिसे आकर्षक तरीके से सजाकर परिवार के सदस्यों के संग भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया.

सीएम नीतीश और मंत्री अशोक चौधरी
अर्घ्य देते हुए सीएम नीतीश कुमार

सरकारी आवास पर मनाया गया छठ: बिहार सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने अपने-अपने सरकारी आवास पर छठ महापर्व का आयोजन किया था. गौरतलब है कि चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व बिहार में धूमधाम से मनाया जाता है. इस पर्व में डूबते और उगते हुए सूर्य को अर्घ्ग देकर भगवान भास्कर से समाज के कल्याण और देश की सुख शांति और समृद्धि की कामना की.

सीएम नीतीश और मंत्री अशोक चौधरी
अर्घ्य देते हुए मंत्री अशोक चौधरी

इसलिए कहते हैं छठी मैया: सृष्टि की अधिष्ठात्री प्रकृति देवी ने अपने आप को छह भागों में विभाजित किया. इनके छठे अंश को सर्वश्रेष्ठ मातृ देवी या देवसेना के रूप में जाना जाता है. प्रकृति का छठा अंश होने के कारण इनका एक नाम षष्ठी है, जिसे छठी मईया के नाम से सभी जानते हैं. शिशु के जन्म के छठे दिन भी इन्हीं की पूजा की जाती है. इनकी उपासना करने से बच्चे को स्वास्थ्य, सफलता और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है. पुराणों में इन्हीं देवी का नाम कात्यायनी बताया गया है, जिनकी नवरात्रि की षष्ठी तिथि को पूजा की जाती है.

ये भी पढ़ें- दो देश.. एक नदी.. दोनों किनारे पर दिखी सांस्कृतिक झलक, छठ व्रतियों ने दिया डूबते सूर्य को अर्घ्य

पटना: चार दिवसीय छठ महापर्व (Chhath Puja 2022) का आज समापन हो गया. इस दौरान पूरे देश में छठ की धूम रही. बिहार सहित उत्तर भारत और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से भी छठ मनाने की तस्वीरें सामने आई. इस मौके पर आम से लेकर खास सभी काफी उत्साहित दिखे. बिहार में छठ महापर्व के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.

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नेताओं ने भी मनाया छठ पर्व : बिहार में छठ के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छठ के रंग नें रंगे नजर आए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने 7 सर्कुलर रोड स्थ्ति आवास पर छठ पर्व मनाते हुए दिखे. वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने पोलो रोड स्थित सरकारी आवास पर छठ पर्व का आयोजन किया था. अशोक चौधरी की पत्नी अनिता चौधरी ने छठ व्रत किया था. मंत्री ने छठ के लिए सरकारी आवास में तालाब का निर्माण करवाया था. जिसे आकर्षक तरीके से सजाकर परिवार के सदस्यों के संग भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया.

सीएम नीतीश और मंत्री अशोक चौधरी
अर्घ्य देते हुए सीएम नीतीश कुमार

सरकारी आवास पर मनाया गया छठ: बिहार सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने अपने-अपने सरकारी आवास पर छठ महापर्व का आयोजन किया था. गौरतलब है कि चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व बिहार में धूमधाम से मनाया जाता है. इस पर्व में डूबते और उगते हुए सूर्य को अर्घ्ग देकर भगवान भास्कर से समाज के कल्याण और देश की सुख शांति और समृद्धि की कामना की.

सीएम नीतीश और मंत्री अशोक चौधरी
अर्घ्य देते हुए मंत्री अशोक चौधरी

इसलिए कहते हैं छठी मैया: सृष्टि की अधिष्ठात्री प्रकृति देवी ने अपने आप को छह भागों में विभाजित किया. इनके छठे अंश को सर्वश्रेष्ठ मातृ देवी या देवसेना के रूप में जाना जाता है. प्रकृति का छठा अंश होने के कारण इनका एक नाम षष्ठी है, जिसे छठी मईया के नाम से सभी जानते हैं. शिशु के जन्म के छठे दिन भी इन्हीं की पूजा की जाती है. इनकी उपासना करने से बच्चे को स्वास्थ्य, सफलता और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है. पुराणों में इन्हीं देवी का नाम कात्यायनी बताया गया है, जिनकी नवरात्रि की षष्ठी तिथि को पूजा की जाती है.

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